बुधवार को तहसील स्थित इंडोरामा कंपनी में 11वीं बटालियन, एनडीआरएफ वाराणसी की टीम द्वारा अमोनिया गैस रिसाव से बचाव हेतु मॉक अभ्यास आयोजित किया गया। अभ्यास के दौरान कंपनी के गैस स्टोरेज यूनिट से अमोनिया गैस रिसाव की काल्पनिक स्थिति दर्शाई गई। इस दौरान कंपनी द्वारा सूचना दी गई कि गैस रिसाव को नियंत्रण में नहीं लाया जा सका है, कई लोग घायल हैं तथा रिसाव के कारण गैस आसपास के क्षेत्रों में फैलने की संभावना है। इस पर जिला प्रशासन के आपदा नियंत्रण केंद्र को सूचना दी गई। सूचना प्राप्त होते ही प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित विभागों और एजेंसियों को अलर्ट किया तथा एनडीआरएफ वाराणसी यूनिट को तत्काल सूचना दी।
एनडीआरएफ की टीम आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने फायर विभाग एवं अन्य एजेंसियों के सहयोग से गैस रिसाव को नियंत्रित किया तथा काल्पनिक रूप से घायल व्यक्तियों को निकालकर नजदीकी अस्पतालों व जिला अस्पताल भेजा। कार्यवाही पूर्ण होने के बाद एनडीआरएफ टीम ने “ऑल क्लियर” सिग्नल दिया। इसके बाद सुनिश्चित किया गया कि न तो गैस रिसाव जारी है और न ही कोई व्यक्ति घायल अवस्था में शेष है।
इस पूरे अभ्यास में एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट अनिल कुमार पाल, इंडोरामा कंपनी के एचआर प्रभारी मनोज कुमार झा, सेफ्टी प्रभारी एवं बचाव कर्मी, उपनिदेशक कारखाना आनंद कुमार, एसडीएम अभिनव कनौजिया, तहसीलदार राहुल सिंह, जिला प्रशासन के आपदा विशेषज्ञ प्रदीप कुमार एवं अग्निशमन विभाग के प्रभारी शिव दरस प्रसाद अपनी टीम सहित मौजूद रहे। बीपीसीएल एवं आइओसीएल के प्रतिनिधियों ने भी मॉक ड्रिल में सहभागिता की, जिससे भविष्य में संभावित औद्योगिक दुर्घटनाओं से निपटने की तैयारी और समन्वय को मजबूत किया जा सके।





