अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। आल इंडिया मौलाना आज़ाद एजुकेशनल बोर्ड व एवान उर्दू हिन्द के संयुक्त तत्वाधान में देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के जन्म दिन को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
पीरवाली गली स्थित एक विद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा दिवस कार्यक्रम प्रो.जलाल उमर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। बोर्ड के चेयरमैन पीरज़ादा प्रो.शेरशाह आज़म ने कहा कि उर्दू शायर ए मशरिक़ अल्लामा इक़बाल के जन्मदिन के नाम से मनाया जाता है ओर देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के जन्मदिन को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्हीं की स्मृति में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होेने बताया कि इस्लामिया कालेज सहारनपुर के संस्थापक शहीद नियाज़ मौ.ख़ान की याद को इस प्रोग्राम का हिस्सा बनाया गया है, जिन्हें और उनके तीन बेटों को मात्र इसलिए ज़हर दे दिया गया था कि वे मुस्लिम जगत में शिक्षा द्वारा जागरूकता लाना चाहते थे। इस अवसर पर बोर्ड के सचिव एम.जमाल असलम ने सभीं को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अल्लामा इक़बाल मात्र उर्दू के शायर नहीं थे, बल्कि वह फ़ारसी, संस्कृत और अंग्रेजी के भी शायर थे। उन्होंने जहां दीनी तालीम हासिल की वहीं उन्होंने बैरिस्टर व दूसरे दुनियावी शिक्षाएं हासिल करने में कामयाबी हासिल की। ब्लू बर्ड जूनियर हाईस्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती नीलोफ़र शम्सी ने कहा कि अल्लामा इक़बाल ने सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा, तराना लिख कर देश की एक जुटता व समरसता को उजागर किया। ताजदार ख़ान ने अल्लामा इक़बाल के फ़लसफ़ा ए ख़ुदी पर विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर राष्ट्रीय कवि डा.आबिद हसन वफ़ा श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए अपने मधुर कण्ठ से माहौल में समां बांधा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो.जलाल उमर ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ख़िलफ़त आन्दोलन के अध्यक्ष व राष्ट्रीय कांग्रेस के दो बार अध्यक्ष रहे। उन्होंने गांधी के साथ आन्दोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने सबसे ज्यादा 11 साल का समय जेलों में मुसीबतों में गुज़ारा। अपने मंत्री काल में उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, युनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन, आईआईटी, साहित्य एकेडमी की स्थापना की। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सुन्दर प्रस्तुतियां पेश कीं। अन्त में मैनेजर सय्यद यूसुफ़ ने आये हुए मेहमानों को आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मौ.रय्यान, मुजाहिद नदीम व एरा नबी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।