दसवीं कक्षा का परीक्षाफल हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है : प्रखर खंडेलवाल

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अवधनामा संवाददाता

शाहजहांपुर। वर्तमान समय में बोर्ड परीक्षा से संबंधित जिज्ञासाओं तथा शंकाओं का समाधान करने के लिए आज तक्षशिला पब्लिक स्कूल में कक्षा 10 के अभिभावकों के लिए एक काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया गया।
सत्र का उद्देश्य आने वाले समय में 2023 – 24 की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले छात्रों के अभिभावकों को अंक योजना, छात्रों की उपस्थिति, छात्रों के लिए आयोजित रेमेडियल क्लास, उनके अनुशासन तथा उनके व्यवहारगत मूल्यांकन से संबंधित मापदंडों के विषय में अवगत कराना था ताकि छात्र बोर्ड परीक्षा से डरे नहीं तथा उनके अभिभावक भी जागरूक हो सकें तथा छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन में शिक्षकों का सहयोग दे सकें ।
इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य के.सी जोशी ने अभिभावकों को छात्र मूल्यांकन के मापदंडों को विस्तार से समझाया कि किस तरह से बोर्ड परीक्षा के अतिरिक्त आंतरिक मूल्यांकन भी छात्रों के परीक्षा फल को प्रभावित करता है और यह आंतरिक मूल्यांकन एक सतत प्रक्रिया है जो पूरे वर्ष बच्चों के व्यवहारिक प्रदर्शन अनुशासन तथा समसामयिक परीक्षा के रूप में चलती है। जिसमें छात्रों की 75% उपस्थिति एक अनिवार्य अंग है। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद बच्चों के स्वास्थ्य तथा व्यवहार पर मोबाइल के अत्यधिक प्रयोग ने नकारात्मक प्रभाव डाला है जिसके लिए अभिभावकों का सहयोग अपेक्षित है कि वह यह तय करें कि छात्र मोबाइल पर क्या देख रहा है तथा वह यह भी सुनिश्चित करें कि एक सीमित समय के लिए उसे मोबाइल दिया जाए क्योंकि मोबाइल जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है । इस सभा में विद्यालय के निदेशक अरुण खंडेलवाल के द्वारा अभिभावकों की शंकाओं का निवारण करते हुए उनके द्वारा दिए गए सुझावों का स्वागत किया गया । उन्होंने कहा कि आप सभी का सहयोग तथा सुझाव सदैव आमंत्रित है अभिभावक अपनी समस्याओं तथा सुझावों के लिए प्रबंध समिति से, विद्यालय के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य तथा शिक्षकों से संपर्क कर सकते हैं तथा विद्यालय प्रबंध तंत्र भी उनकी सभी उचित समस्याओं का अवश्य ही समाधान करेगा।
विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रखर खंडेलवाल ने सभी का धन्यवाद देते हुए अभिभावकों के सुझावों तथा समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि दसवीं कक्षा का परीक्षाफल हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है यह हमारी सफलता की सीढ़ी का प्रथम सोपान है। छात्र अपनी तैयारी में आने वाली समस्याओं के लिए अपने मित्रों से सुझाव लेते हैं बल्कि उन्हें अपने शिक्षकों से बात करनी चाहिए तथा परीक्षा की तैयारी कैसे करनी है इस पर काम करना चाहिए । सीबीएसई के सैंपल पेपर हल करें तथा मोबाइल का प्रयोग कम करें।
कार्यक्रम का संचालन समन्वयक हेमंत अनेजा ने किया । कार्यक्रम की सफलता में सरिता सक्सेना, ऋचा बाजपेई, चेताली सहाय, सीमा सक्सेना, इमरान हुसैन, गोविंद सिंह मोंगा, आशीष मिश्रा, अंकित वर्मा, अंकित श्रीवास्तव, प्रमोद सिंह, प्रज्ञान अवस्थी, ज्ञानेश तिवारी आदि शिक्षकों का सहयोग रहा।

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