जिले के नक्सल प्रभावित नेशनल पार्क एरिया के सेड्रा, एड़ापल्ली, बड़ेकाकलेड पंचायत के बड़ी संख्या में ग्रामीणों के आधार कार्ड नहीं बने हैं। भोपालपटनम ब्लॉक मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि राशन व दूसरी सरकारी योजनाओं के लिए सरकार के द्वारा आधार कार्ड के अनिवार्य किए जाने के बाद ग्रामीण आधार कार्ड बनवाने आये हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में आधार कार्ड बनवाने की कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से उन्हें 70 किमी पैदल सफर तय कर ब्लॉक मुख्यालय भोपालपटनम पहुंचे हैं, लेकिन यहां सीएससी सेंटर बंद होने से एक सप्ताह से चक्कर लगा रहे हैं।
ग्राम पंचायत सेंड्रा के लक्ष्मी मेट्टा, समक्का कुरसम, चिड़ेम मासे, इरपे मेट्टा, रेहान कुम्मा, पुष्पा मंडरा, सरस्वती मंडरा, पुष्पा पालदेव, कुमा बिचाबाई, पुनेम शांता, गायत्री गुरला, छोड़े बच्चे- रितिक पालदेव, अजय पालदेव, कार्तिक मड़े, मड़े अश्वनी, कुरसम रितिक, पूजा कुरसम, रोहिणी मेट्टा ने बताया कि बीते 13 जून से सेंड्रा, बड़ेकाकलेड ,एडापल्ली पंचायत के दर्जनों ग्रामीण अपने दुधमुहे बच्चों व गर्भवती महिलाओं को लेकर आधार कार्ड बनवाने आये हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से वो सीएससी के चक्कर काट रहे हैं। भोपालपटनम में तीन सीएचसी सेंटर हैं, जहां आधार कार्ड बनाया जाता है। एक संस्थान बंद है और एक का ऑपरेटर नहीं है और एक के पास टेक्निकल परेशानी की वजह से इनका आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है। इस दौरान वे सभी ग्रामीण भेपालपटनम में बसे अपने रिश्तेदारों के यहां रुकना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि गांव में अधिकतर ग्रामीणों के पास आधार कार्ड नहीं होने की वजह से वे कई सरकारी योजनाओं से वंचित हो रहे हैं।
स्थानीय पत्रकारों ने ग्रामीणों की समस्या से अवगत होने के बाद आज गुरुवार को इसकी सूचना जनपद पंचायत भोपालपटनम के सीईओ दिलीप उइके को दी। सीईओ दिलीप उइके ने तत्काल सीएचसी सेंटर पहुंचकर उन ग्रामीणों की समस्या को जाना और उन पंचायतों के सचिवों को बुलाकर फटकार लगाई। पास में पोस्ट ऑफिस से आधार कार्ड बनवाने का सुझाव दिया। उन्होंने ग्रामीणों को बालक आश्रम में रुकवाने और भोजन की व्यवस्था करवाने सचिवों को निर्देश भी दिए हैं।