1857 के क्रांति के नायक मगल पाण्डेय का आज 165वा वलिदान दिवस ध्पुण्यतिथि के रुप मे मनाया गया ।

0
89

Today, 165th Validan Day of Magal Pandey, the hero of the revolution of 1857, was celebrated as the death anniversary.

अवधनामा संवाददाता

सीतापुर। (Sitapur)  ध्स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा बलभद्र सिह सर्व समाजोथान एकता ट्रस्ट के महामंत्री कुवर वरूण सिंह तोमर एडवोकेट द्वारा आज क्ले परिसर के अधिवक्ता चैंबर न 16मे 1857केक्रांति के नायक मगलपाण्डेय का आज 165वा वलिदान दिवसध्पुण्यतिथि के रुप मे मनाया गया ।वलिदान दिवस के कार्यक्रम की अध्यक्षता ठाकुर अनिल सिंह पाताबोझ लोकतंत्र सेनानी ने की अध्यक्षता कर रहे मंगल पाण्डेय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित कर नमन किया इसी क्रम में ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील सिंह गौर एड ने 165वे वलिदान दिवस पर शत शत नमन करते हुये कहा कि आज मंगल पाण्डेय जी के बलिदान दिवस पर पर हम सभी लोग भारत के पहले क्रांतिकारी के रुप मे मशहूर मंगल पाण्डेय जी को भारत का ष्प्रथम स्वतंत्रता संग्रामी ष्भी कहा जाता है मंगल पाण्डेय जी द्वारा अग्रेजो के खिलाफ लड़ाई पूरे देश मे एक जंगल की आग की तरह फैल गई ।इस आग को बुझाने की अंग्रजों की कोशिश नाकाम इसलिए रही कयोंकि मंगल पाण्डेय जी की तरह पूरे देश के लोगो मे आग भडक चुकी थी इसी के चलते भारत देश 15अगस्त 1947ई को आजाद हो सका ।मंगलपाण्डेय का जन्म 30जनवरी 1831को संयुक्त प्रात के वलिया जिले के नगवा गावँ में हुआ था इनके पिता का नाम दिवाकर पाण्डेय और माता का नाम श्रीमती अभयरानी था ।
ष्1857के सिपाही विद्रोह के नायक मगलपान्डेय की आज वलिदान दिवसध् पुण्यतिथि पर शत शत नमन करते हुये श्रदा सुमन अर्पित करते है ष्।वलिदान दिवस पर शशांक गुप्ता एड. अध्यक्ष सीतापुर  टैक्स बार,पूर्व सचिव टैक्स बार जितेन्द्र बाजपेयी एडवोकेट,इंदू सिंह चैहान,दिनेश पाल सिंह,अनिल सिंह पाताबोझ,नरेंद्र त्रिपाठी,कुवँर वरुण सिह तोमर,अतीश कुमार सिंह, शशि प्रताप सिंह ष्राजा भैया ष्,पूरन सिंह,रिपुदमन सिंह, शैलेन्द वर्मा,अजय मौर्य,इन्द्र पाल नाग,रामऔतार,संजय सिंह,आशीष सिंह गौर,शरद बाजपेई,विक्रम सिंह,राजकुमार श्रीवास्तव,बृजेश कुमार सिंह,पुनीत सिंह,सन्तोष सिंह ,अनूप बाजपेई,पल्लन सिंह,पतिराज सिंह,अंकित सिंह एवं गौरव सिंह आदि लोग वलिदान दिवसध्पुण्यतिथि पर  उपस्थिति हुए ।।
Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here