प्रधानाध्यापिका और रसोईया के न आने से नहीं खुला विद्यालय, बीईओ ने मांगा जवाब
भरुआ सुमेरपुर। ग्राम पंचायत पत्योरा डांडा में संचालित कंपोजिट विद्यालय शनिवार को निर्धारित समय पर न खुलने से छात्र-छात्राएं गेट के बाहर बैठकर इंतजार करते रहे। सुबह सवा नौ बजे तक विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लटकता रहा, जिससे बच्चों और अभिभावकों में नाराजगी फैल गई।
ग्रामीणों ने बंद गेट और बाहर बैठे बच्चों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि, वायरल वीडियो की पुष्टि आपका अपना अखबार नहीं करता है।
विद्यालय में कुल आठ शिक्षक और दो अनुदेशक तैनात हैं, फिर भी समय से विद्यालय न खुलने पर ग्रामीणों ने परिषदीय शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
प्रधानाध्यापिका रंजना विश्वकर्मा ने बताया कि उनके पैर में चोट लगने के कारण वे मेडिकल पर थीं। विद्यालय की चाबी रसोईया संगीता के पास थी, जिसके मायके में गमी हो जाने से वह सुबह छह बजे ही चली गई थी। इसी वजह से विद्यालय देर से खुला।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय का देर से खुलना आम बात हो गई है। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी प्रभाकर सिंह तोमर ने बताया कि मामला संज्ञान में लिया गया है। प्रधानाध्यापिका सहित सभी शिक्षकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, और सोमवार को वह स्वयं मौके पर जांच करेंगे।





