मिनी वृंदावन में एक माह तक आयोजित होंगे धार्मिक औऱ सांस्कृतिक आयोजन
महोबा। बुंदेलखंड के “मिनी वृंदावन” कहे जाने वाले महोबा जिले के चरखारी कस्बे में दीपावली पर्व के मौके पर 142वां गोवर्धननाथ जू मेला धूमधाम से शुरू हुआ। मेले का शुभारंभ एमएलसी जितेंद्र सिंह सेंगर ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किया। यह मेला एक माह तक चलेगा। नगर पालिका ने इसके आयोजन के लिए 32 लाख रुपये का बजट मंजूर किया है, जिसमें धार्मिक, सांस्कृतिक, कवि सम्मेलन और खेलकूद कार्यक्रम शामिल हैं।चरखारी को 108 कृष्ण मंदिरों के कारण मिनी वृंदावन कहा जाता है।
मेले के शुभारंभ अवसर पर गोवर्धन पर्वतधारी भगवान कृष्ण, राधा और बलराम की मूर्तियों का विधि-विधान से पूजन किया गया। इस दौरान एमएलसी जितेंद्र सिंह सेंगर ने यजमान बनकर अनुष्ठान संपन्न कराया। शुभारंभ से पहले भगवान की प्रतिमाओं को रथ में विराजमान कर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। मुख्य पुजारी और अन्य पुरोहितों ने मंत्रोच्चार के बीच मूर्तियों को मंदिर में स्थापित किया।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि रामपाल कुशवाहा ने बताया कि मेले को भव्य बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है। नगर पालिका के ईओ अमरजीत ने बताया कि बोर्ड बैठक में 32 लाख का बजट पारित किया गया है। इसके तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के हिसाब से व्यय किया जाएगा। साथ ही, बुंदेलखंड और स्थानीय दुकानदारों को सस्ती दरों पर दुकानें आवंटित की जा रही हैं।
इतिहास के अनुसार, 1883 में चरखारी रियासत के राजा मलखान जूदेव ने इस परंपरा की नींव रखी थी। उन्होंने कस्बे में 108 कृष्ण मंदिरों के साथ झीलें और तालाब बनवाए थे, जिससे क्षेत्र का धार्मिक और पर्यटन महत्व बढ़ा। आज भी यह मेला बुंदेलखंड के सभी जिलों के साथ-साथ मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं को भी आकर्षित करता है। महोबा पुलिस ने मेले की सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया है।
मेले परिसर में बाहरी दुकानों की सजावट और व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उद्घाटन के मौके पर एमएलसी जितेंद्र सिंह सेंगर ने कहा- “यह मेला केवल आयोजन नहीं, बल्कि कृष्ण भक्तों की आस्था और परंपरा का जीवंत प्रतीक है।”





