भारतीय साहित्य एवं विद्या क्षेत्र के उदीयमान कवि एवं चिन्तक सुदीप चन्द्र हल्दर को राष्ट्रस्तरीय विशिष्ट सम्मान “भारत प्रतिभा सम्मान – 2025” से अलंकृत किया गया। यह गरिमामयी एवं सौम्य समारोह प्रधानमन्त्रियों के संग्रहालय,नई दिल्ली के ऐतिहासिक प्रांगण में बुधवार की सम्पन्न हुआ। सुदीप चंद्र हल्दर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विधि विभाग में एक शोधकर्ता के रूप में अपना कार्य कर रहा है।
यह सम्मान उनके साहित्यिक एवं बौद्धिक अवदान के लिए प्रदान किया गया। इस अवसर का आयोजन भारत प्रतिभा सम्मान परिषद् द्वारा किया गया, जिसमें अनेक विशिष्ट अतिथिगण उपस्थित रहे। समारोह के मुख्य अतिथि अनुराग ठाकुर (पूर्व केन्द्रीय मन्त्री एवं वर्तमान सांसद) द्वारा यह सम्मान प्रदान किया गया। साथ ही पद्मश्री सम्मानित प्रो.(डॉ.) कमल कुमार सेठी एवं प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगना श्रीमती शोवना नारायण विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन रहे। समारोह में सम्पूर्ण राष्ट्र से 25 विशिष्ट विभूतियों को उनके-अपने क्षेत्रों में अप्रतिम योगदान हेतु सम्मानित किया गया।
यह सम्मान पद्मश्री की प्रेरणा से निर्मित विशेष स्मृति-चिन्ह एवं प्रशस्ति-पत्र के रूप में प्रदान किया गया। अपने उद्बोधन में अनुराग ठाकुर ने कहा “भारत प्रतिभा सम्मान के प्रत्येक प्राप्तकर्ता ने अपने कर्म-पथ द्वारा राष्ट्र को दिशा प्रदान की है। हमारी सरकार सच्ची प्रतिभा के सम्मान हेतु कृतसंकल्प है।” उन्होंने हाल ही में दुखू माझी को पद्मश्री से सम्मानित किए जाने का उल्लेख करते हुए जनमानस के मौलिक योगदान के प्रति राष्ट्र की नवीन चेतना को रेखांकित किया।
इस अवसर पर सुदीप चन्द्र हल्दर ने “अवधनामा” को बताया कि,”भारत आगे बढ़ रहा है और निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहेगा। एक दिन भारत सचमुच में विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित होगा। आज का यह सम्मान केवल व्यक्तिगत नहीं,अपितु एक महान उत्तरदायित्व का प्रतीक है।”समारोह का समापन एक मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ, जिसमें भारतीय परम्पराओं, कला, संगीत, नृत्य एवं काव्य की समृद्ध विरासत को सजीव रूप से प्रस्तुत किया गया। सन्ध्या वेला में यह आयोजन राष्ट्र गौरव, प्रतिभा एवं सांस्कृतिक उन्नयन का एक अविस्मरणीय पर्व बन गया।