अंबेडकरनगर जिले में मौसम में बदलाव के साथ मौसमी बीमारियों ने दस्तक दे दी है। वायरल बुखार, सर्दी-खांसी और पेट संबंधी बीमारियों के कारण जिला अस्पताल की ओपीडी पर मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी। सोमवार को अस्पताल की ओपीडी में रिकॉर्ड 2300 मरीजों ने पंजीकरण कराया, जिससे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को भारी दबाव में काम करना पड़ा।
रविवार को ओपीडी बंद रहने के कारण सोमवार को दो दिन का बोझ एक साथ आ गया। सुबह से ही अस्पताल परिसर में लंबी कतारें लग गईं। मरीजों के साथ आए तीमारदारों को भी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा। वृद्ध मरीजों और छोटे बच्चों को विशेष रूप से परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ विभागों में डॉक्टरों को ओपीडी समय के बाद भी मरीज देखने पड़े। फिजीशियन और ईएनटी (नाक, कान, गला) विभाग में डॉक्टर दोपहर ढाई बजे तक लगातार मरीजों का इलाज करते रहे।
वायरल संक्रमण के मामलों में वृद्धि
जिला अस्पताल के प्रबंधक डॉ. हर्षित गुप्ता ने बताया कि तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते वायरल संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। अधिकतर मरीज बुखार, सर्दी-खांसी, बदन दर्द, चर्म रोग और पेट संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं। आने वाले दिनों में भी इसी तरह के मामलों में वृद्धि हो सकती है। उन्होंने लोगों से साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने और किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत अस्पताल पहुंचकर जांच कराने की अपील की।
तीन दिन बाद शुरू हुआ अल्ट्रासाउंड
जिला अस्पताल में सोमवार को तीन दिन बाद अल्ट्रासाउंड सेवाएं फिर से शुरू की गईं। रेडियोलॉजिस्ट प्रभारी की माता के निधन और सीएमएस डॉ. पी.एन. यादव के वाराणसी में प्रशिक्षण में होने के कारण 29 अगस्त से यह सेवा बाधित थी। सोमवार को दोनों अधिकारियों की उपस्थिति में अल्ट्रासाउंड दोबारा शुरू किया गया। सेवा बहाल होने पर बड़ी संख्या में मरीज पहुचे। सीएमएस डॉ. पी.एन. यादव ने बताया कि सोमवार को लगभग 55 मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया गया।