आगरा पुलिस की पहल से छात्राएं बनीं एक दिन की थाना प्रभारी
नवरात्रि पर सशक्तिकरण की मिसाल, छात्राओं ने निभाई जिम्मेदारी, लिया न्याय-व्यवस्था का अनुभव
मिशन शक्ति के तहत छात्राओं को मिला नेतृत्व, आत्मविश्वास और सुरक्षा से जुड़ी विशेष जानकारी
आगरा। कमिश्नरेट आगरा पुलिस द्वारा मिशन शक्ति 5.0 अभियान के अंतर्गत नवरात्रि के पावन अवसर पर एक प्रेरणादायक पहल की गई। जिसमें छात्राओं को एक दिन का थाना प्रभारी बनाया गया। इस पहल ने न केवल छात्राओं को पुलिस व्यवस्था की वास्तविक कार्यप्रणाली से परिचित कराया, बल्कि उन्हें नेतृत्व, आत्मनिर्भरता और सुरक्षा के प्रति जागरूकता से भी सशक्त किया।
शासन के निर्देश और पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के नेतृत्व में आयोजित इस अभियान में आगरा के सभी थानों में स्कूली छात्राओं को एक दिन के लिए थाने का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया। इस दौरान छात्राओं ने पुलिस कार्यप्रणाली को नजदीक से समझा और थाने आने वाले नागरिकों की समस्याओं को सुनने और समाधान की प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
छात्राओं ने जनसुनवाई, मुलाकात, और शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया को देखा और समझा कि पुलिस किस प्रकार शांति, सुरक्षा और न्याय व्यवस्था को बनाए रखने में कार्यरत रहती है। साथ ही, उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों की भूमिका को भी जाना, जिससे उन्हें यह प्रेरणा मिली कि महिलाएं भी कठिन और जिम्मेदारीपूर्ण सेवाओं में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं। इस दौरान उन्हें अपराध की बदलती प्रवृत्तियों जैसे साइबर अपराध, ऑनलाइन ठगी, और डिजिटल फ्रॉड के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।
छात्राओं को बताया गया कि किस प्रकार डिजिटल सतर्कता, शिकायत प्रक्रिया और साइबर हेल्पलाइन के माध्यम से इन अपराधों से बचा और निपटा जा सकता है। साथ ही, महिला सुरक्षा और सहायता नेटवर्क की जानकारी दी गई जिसमें शामिल हैं। वीमेन पावर हेल्पलाइन 1090, चाइल्ड हेल्पलाइन, आपात सेवाएं 112, 101, 102, 108 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 की जानकारी भी दी है। इन सेवाओं के माध्यम से छात्राएं खुद को और दूसरों को सुरक्षित और जागरूक रख सकती हैं। इस अभियान का उद्देश्य छात्राओं को नेतृत्व क्षमता से लैस करना, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना विकसित करना, पुलिस और समाज के बीच भरोसे को बढ़ाना, महिला सशक्तिकरण को व्यवहारिक रूप से प्रस्तुत करना है।