केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में पढ़ाई के कई सामानों पर अब जीरो परसेंट जीएसटी वसूल करने का फैसला लिया है। इस बैठक में मैप ग्लोब पेंसिल शार्पनर से लेकर रबड़ आदि सामग्री पर अब जीरो परसेंट जीएसटी लगेगी। अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़ें।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में उन परिवारजनों को अधिक राहत दी है, जो अपने बच्चे की पढ़ाई को लेकर हमेशा चिंतित रहते थे। इस जीएसटी काउंसिल की बैठक में न केवल खाने-पीने की चीजों पर जीएसटी की दरों को कम किया गया है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई की सामग्री को भी सस्ता किया गया है। इसके अलावा, इस बैठक में जीएसटी स्लैब को आसान करके अब इसे केवल दो स्लैब में रखा गया है। इस जीएसटी सुधारों का उद्देश्य आम आदमी के जीवन को बेहतर और सरल बनाना है।
इन सामग्री पर लगेगी जीरो परसेंट जीएसटी
जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में अन्य सामानों के साथ-साथ पढ़ाई की सामग्री पर जीएसटी की दरों को कम किया गया है। बता दें, इस बैठक में मैप, ग्लोब, पेंसिल, शार्पनर, रबड़, कॉपी, लैब नोटबुक और अभ्यास पुस्तिकाओं पर अब जीरों पर्सेंट जीएसटी लगेगी। यानी अब इससे उन परिवार का बोझ कम होगा, जो अपने बच्चे की पढ़ाई के खर्च को लेकर हमेशा चिंतित रहते थे।
इन सामग्री में कम हुई जीएसटी
जीएसटी काउंसिल की बैठक में पढ़ाई की जरूरी सामग्री पर जीरो परसेंट जीएसटी करके परिवार को राहत तो पहुंचाई ही है। साथ ही पढ़ाई की अन्य सामग्री की उच्च दरों को कम भी किया गया है। जैसे इस जीएसटी बैठक में ज्योमेट्री बॉक्स, स्कूल कार्टून और ट्रे जैसी वस्तुओं को 12 प्रतिशत के स्लैब से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। इस फैसले से परिवार पर अब पढ़ाई का बोझ कम होगा। साथ ही अब विद्यार्थी अधिक किफायती दामों में अपनी पढ़ाई को पूरा कर सकेंगे।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण पर कहा था कि सरकार जल्द ही अगली पीढ़ी के लिए जीएसटी में सुधार करेगी और यह आम नागरिकों के लिए सरकार की तरफ से दीवाली का तोहफा होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि इस जीएसटी सुधारों से मध्यम वर्ग, युवाओं, किसानों और महिलाओं को फायदा होगा।





