मिक्स ऑफ सेक्टर-स्पेसिफिक थीम में निवेश करने से खासकर प्रोफेशनली मैनेजज्ड फंड ऑफ फंड्स (FoF) के जरिए न सिर्फ बेहतर रिटर्न मिलता है बल्कि ज्यादा कंसिस्टेंट रिटर्न भी मिलता है। इसमें फंड मैनेजर अर्थव्यवस्था में हो रही एक्टिविटीज पर ध्यान देता है और उसके आधार पर अलग-अलग सेक्टर में वेटेज देता है।
क्या एक सेक्टर पर बड़ा दांव लगाना कई सेक्टरों में पैसा लगाने से बेहतर है? बिल्कुल नहीं। दरअसल, मिक्स ऑफ सेक्टर-स्पेसिफिक थीम में निवेश करने से—खासकर प्रोफेशनली मैनेजज्ड फंड ऑफ फंड्स (FoF) के जरिए—न सिर्फ बेहतर रिटर्न मिलता है, बल्कि ज्यादा कंसिस्टेंट रिटर्न भी मिलता है। कारण? पोर्टफोलियो का डायवर्सिफिकेशन और स्मार्ट एलोकेशन ये फंड केवल एक हॉट सेक्टर नहीं चुनते। ये निवेश को डायवर्सिफाई करके बैंकिंग, हेल्थकेयर, कंज्यूमर गुड, टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पैसे लगाते हैं। यह ध्यान देते हैं कि समान रूप से इन्वेस्टमेंट एलोकेट न हो। इसमें फंड मैनेजर अर्थव्यवस्था में हो रही एक्टिविटीज पर ध्यान देता है और उसके आधार पर अलग-अलग सेक्टर में वेटेज देता है।
उदाहरण के लिए, अगर अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है, तो फंड बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस की ओर ज्यादा झुकाव रख सकता है। लेकिन अगर विकास धीमा है, तो यह FMCG (रोजमर्रा की चीजें) जैसे स्थिर सेक्टर्स की ओर जा सकता है। ये फैसला सोच-समझकर लिया जाता है। इसके लिए GDP ग्रोथ, सरकारी खर्च और मार्केट ट्रेंड जैसे डेटा को देखा जाता है। फंड मैनेजर यह भी देखता है कि कोई सेक्टर अपने इतिहास और बाजार की तुलना में कितना महंगा या सस्ता है।
रीबैलेंसिंग से मिलता है फायदा
वैसे, FoFs का एक और फायदा निरंतर रीबैलेंसिंग है। पोर्टफोलियो ट्रैक पर रहे, इसके लिए फंड मैनेजर नियमित रूप से उसका रिव्यू करता है। और वे ऐसा टैक्स-एफिशिएंट तरीके से करता है, ताकि निवेशकों को रिटर्न पर बार-बार कर का बोझ न उठाना पड़े। करों की बात करें तो—अगर आप इन फंडों को दो साल से ज्यादा समय तक रखते हैं, तो आपको केवल 12.5% लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होगा, जो डायरेक्ट स्टॉक इन्वेस्टमेंट पर लगने वाले सामान्य कर से कम है।
संक्षेप में, FoFs विशेषज्ञों के साथ आपको बेहतर अवसर प्रदान करता है। यह आपके रिस्क को डायवर्सिफाई करता है, बेहतर आफ्टर-टैक्स रिटर्न देता है, जिससे यह लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए एक स्मार्ट विकल्प बनता है, जो अपने सभी अंडे एक टोकरी में रखने के बजाय भारत की विकास कहानी पर सवार होना चाहते हैं।
ऐसा ही एक फंड जिस पर निवेशक विचार कर सकते हैं, वह है ICICI Prudential Thematic Advantage Fund (FoF)। यह FoF स्कीम उभरते अवसरों में अलग-अलग सेक्टर्स और थीम्स में निवेश करने का लक्ष्य रखती है। 30 जुलाई, 2025 तक, इस FoF ने एक वर्ष में 8.23% का रिटर्न दिया है। बात करें लॉन्ग टर्म की तो, इसने तीन वर्षों में 20.68% और पांच वर्षों में 26.08% की CAGR के साथ जबरदस्त परफॉर्मेंस दी है।