अम्बेडकरनगर विकास खंड बसखारी में अलग अलग ग्राम पंचायतों में लगातार भ्रष्टाचार की खबरें प्रसारित हो रही है लेकिन खंड विकास अधिकारी द्वारा लगातार मामले में लीपापोती और कार्यवाही महज खानापूर्ति की जा रही है वहीं ग्राम पंचायत फूलपुर में पंचायत सचिव एकता यादव और ग्राम प्रधान जयराम पर मिलीभगत कर सरकारी धन की बंदरबांट करने का मामला देखने को मिल रहा है पंचायत स्तर पर विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपये का हेरफेर कर कार्य से अधिक व्यय दिखाकर भुगतान किए जाने का खुलासा हुआ है।
हैंडपंप मरम्मत में फर्जीवाड़ा
जानकारी के मुताबिक बीते छह माह में हैंडपंप मरम्मत के नाम पर 1 लाख 78 हजार रुपये का भुगतान कर दिया गया। लेकिन धरातलीय हकीकत यह है कि अधिकांश हैंडपंपों में कोई वास्तविक मरम्मत कार्य नहीं हुआ। सचिव और प्रधान खुद ही हैंडपंपों की मरम्मत दिखाकर भुगतान निकालते रहे, वहीं इस खेल में एमबी बनाने वाले जेई की भी मिलीभगत बताई जा रही है।
सामुदायिक शौचालय पर खानापूर्ति चर्चाओं में
इसी तरह पंचायत के सामुदायिक शौचालय की रंगाई-पुताई के नाम पर 1 लाख रुपये से अधिक खर्च दर्शा दिया गया। जबकि स्थलीय निरीक्षण में यह कार्य केवल खानापूर्ति साबित हो रहा है।
पंचायत भवन में मिट्टी पटाई का खेल
यही नहीं, पंचायत भवन में मिट्टी पटाई के नाम पर 74 हजार रुपये से अधिक की धनराशि निकाली गई। जबकि पंचायत भवन में पहले से ही इंटरलॉकिंग की व्यवस्था मौजूद है जिस तरीके से शासन की मंशाओं को धूमिल करने का कार्य किया जा रहा है इससे साफ जाहिर हो रहा है कि पंचायत स्तर पर लगातार भ्रष्टाचार के नए नए मामले देखने को मिल रहे है। सूत्रों के अनुसार मात्र 10–15 ट्रॉली मिट्टी डलवाकर ही पूरे भुगतान का खेल कर दिया गया।
आक्रोश, कार्रवाई की मांग
वहीं स्थानीय लोगों ने किया चर्चा शुरू सचिव और प्रधान की मिलीभगत से सरकारी धन की खुली लूट हो रही है। यदि उच्च स्तर से जांच कराई जाए तो कई लाखों रुपये के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश होना तय है।