वायरल आडियो की निष्पक्ष जाँच और दोषी बीइओ के विरुद्ध की जाए विभागीय व विधिक कार्रवाई : राधेरमण त्रिपाठ
सिद्धार्थनगर। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष राधेरमण त्रिपाठी ने बीइओ इटवा प्रकरण पर जारी जांच रिपोर्ट को दूषित बताते हुए शिक्षकों को धमकी देने संबंधी वायरल ऑडियो की जांच कराने की मांग किया। राधेरमण त्रिपाठी ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय भदोखर में कार्यरत शिक्षक शौकेंद्र का वेतन बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र न बनवाने के आरोप में रोका गया। वेतन रोकना ही नियम विरुद्ध है। उसके बाद भी शिक्षक ने बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करके जमा कर दिया और स्पष्टीकरण भी दे दिया। उसके बाद भी खंड शिक्षा अधिकारी इटवा ने वेतन जारी करने हेतु अपनी आख्या नहीं भेजी। कहा कि पीड़ित शिक्षक व्हाट्सएप पर तथा उनसे मिलकर बार-बार वेतन के लिए अनुरोध करते रहे लेकिन बीईओ ने आख्या नहीं भेजी।
वेतन न मिलने से परिवार का भरणपोषण करने में दिक्कत आ रही थी। इस कारण बात डिप्रेशन में गुजरते हुए शिक्षक ने हानिकारक दवाइयों की ओवरडोज ले ली। आरोप लगाया कि जिलाधिकारी द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने पीड़ित शिक्षक के साथ न्याय नहीं किया और दूषित रिपोर्ट देकर आरोपी बीइओ को निर्दोष करार दिया। समिति ने पीड़ित शिक्षक के बयान, वाट्सअप चैटिंग और मनोदशा को नजरअंदाज कर दिया। कहा कि अब बीइओ शिक्षकों को धमकी दे रहे हैं कि दीपावली के बाद पीड़ित शिक्षक का साथ देने वाले शिक्षकों को देख लेंगे। इससे शिक्षकों में भय व्याप्त हो गया है। प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने जिलाधिकारी से मांग किया कि आरोपी बीईओ से इटवा का प्रभार हटा कर पूर्व प्रकरण सहित वायरल आडियो की निष्पक्ष जाँच कराया जाए और दोषी बीइओ के विरुद्ध विभागीय व विधिक कार्रवाई की जाए जिससे शिक्षक निडर होकर अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें।





