बरेली || रामगंगा पर बने अधूरे पुल से हुए हादसे के बाद अब खतरनाक मार्गों पर संकेतक व अवरोधक लगवाने के साथ ही वहां अन्य सुरक्षात्मक उपाय किए जा रहे हैं। जहां पुराने के स्थान पर नए पुल जरूरी हैं, उसके लिए एस्टीमेट बनाए गए हैं।
बरेली और बदायूं जिले की सीमा पर अधूरे पुल से कार गिरने से हुए हादसे में तीन लोगों की मौत के बाद पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं की नींद टूटी है। बरेली मंडल में ऐसे 18 पुल हैं, जिनके संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त होने या बाढ़ में बह जाने से हादसों का खतरा है। वहां आवागमन रोक दिया गया है। संकेतक व अवरोधक लगवाने के साथ ही वहां अन्य सुरक्षात्मक उपाय किए जा रहे हैं। जहां पुराने के स्थान पर नए पुल जरूरी हैं, उसके लिए एस्टीमेट बनाए गए हैं।
बाढ़ का प्रकोप पीलीभीत जिले में सबसे ज्यादा रहा। वहां पुल-पुलिया सहित आठ मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। बरेली जिले के चार पुलों के संपर्क मार्ग बाढ़ में बह गए थे। इनमें दो पर काम शुरू करा दिया गया। दो के लिए बजट की प्रतीक्षा है। शाहजहांपुर और बदायूं जिले में दो-दो पुलों के संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं।
बरेली जिले में भिटौरा-बहेड़ी मार्ग पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई आरसीसी पुलिया अभी तक नहीं बन सकी। अभियंताओं ने वर्ष 2024-25 की कार्ययोजना में इसके प्रस्ताव को शामिल किया है। मानपुर से पदमी मार्ग पर पदमी नदी पर बने पुल का संपर्क मार्ग भी बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुआ है। अभियंताओं ने इसका एस्टीमेट बनाया था, पर मंजूरी नहीं मिली। लोक निर्माण विभाग ने यहां आवागमन रोकने का दावा किया है।
पुलिया टूटी पर बनेगी रेलिंग
आंवला तहसील में टांडा-मुशराह मार्ग पर पुलिया टूटी पड़ी है। कुंडा पुलिया की रेलिंग टूट चुकी है। दोनों स्थानों पर मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के अभियंता पहुंचे। अब रेलिंग लगवाने के लिए एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। भोजीपुरा-अग्रास मार्ग के लघु सेतु का चौड़ीकरण कराया जा रहा है। लाईखेड़ा के पास बहगुल नदी पर बने लघु सेतु और संपर्क मार्ग का निर्माण शुरू करा दिया गया है।
मुख्य अभियंता अजय कुमार ने बताया कि खतरनाक स्थानों पर आवागमन रोकने के लिए अवरोधक नहीं हैं तो लगवाए जाएंगे। जहां पुल-पुलिया का निर्माण होना है, मंजूरी के बाद काम शुरू होगा।
48 घंटे में मंडलभर के पुल-पुलियों की जांच करेंगे अभियंता
मंडल के बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर और बरेली जिले के छोटे-बड़े पुल और पुलियों की जांच अभियंता 48 घंटे में करेंगे। मुख्य अभियंता ने इसके लिए आदेश जारी किए हैं। सभी अवर अभियंता अपने अपने क्षेत्र के पुल-पुलियों की जांच कर रिपोर्ट देंगे। अगर कहीं हादसे का खतरा है तो वहां तत्काल आवागमन को प्रतिबंधित कराएंगे।
Also read