दिल्ली के शाहीन बाग धरनास्थल के पास रविवार सुबह एक अज्ञात व्यक्ति ने पेट्रोल बम फेंक दिया। बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में इस धरनास्थल पर शाहीन बाग की महिलाएं तीन महीने से अधिक समय से धरना दे रही हैं। जनता कर्फ्यू के दिन भी उनका प्रदर्शन जारी है।
पुलिस के अनुसार, इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस ने बताया कि घटना सुबह करीब 9.30 बजे सुबह हुई। पुलिस को घटनास्थल पर पेट्रोल से भरी करीब पांच-छह बोतलें मिली हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस सीसीटीवी की मदद से आरोपियों को तलाश रही है।
जानकारी के मुताबिक घटना के समय शाहीन बाग में कम संख्या में प्रदर्शनकारी बैठे हुए थे। बम की घटना कालिंदी कुंज के रास्ते पर हुई है। हमलावर ओखला के रास्ते आए थे।वहीं, एक बोतल से विस्फोटक सामान भी बरामद किया गया है।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस
फोरेंसिक जांच टीम और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शाहीन बाग विरोधी सीएए विरोध प्रदर्शन के पास उस स्थल का निरीक्षण किया जहां पेट्रोल बम फेंके जाने के बाद कथित तौर पर आग लग गई थी।
बताया जा रहा है कि शाहीन बाग में सुबह 8 बजे दो बाइक सवार चेहरा ढक कर आए। चाय की दुकान पर दो पेट्रोल बम मारकर फरार हो गए। पुलिस सीसीटीवी की मदद से आरोपियों को तलाश रही है। हालांकि घटना के समय शाहीन बाग में कम संख्या में प्रदर्शनकारी बैठे हुए थे। बम की घटना कालिंदी कुंज के रास्ते पर हुई है। हमलावर ओखला के रास्ते आए थे। दूसरी ओर, एक बोतल से विस्फोटक सामान भी बरामद किया गया है।
पुलिस ने की थी बैठक
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने इंडिया इस्लामिक सेंटर में शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर बैठक की थी। यहां दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए लोगों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की। इस बैठक में डीसीपी साउथ ईस्ट समेत दिल्ली पुलिस के कई सीनियर ऑफिसर भी मौजूद थे।