पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में ध्यानाकर्षण कार्यक्रम का आयोजन किया
आजमगढ़ l सिधारी हाइडिल स्थित मुख्य अभियन्ता कार्यालय पर पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में ध्यानाकर्षण कार्यक्रम का आयोजन वृहद रूप से किया गया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन उ०प्र० एवं विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ उ0प्र0 सहित आजमगढ़ जनपद के समस्त विद्युत संगठनों/घटक संघों द्वारा निजीकरण के विरोध में लगातार चलाये जा रहे आंदोलन के 300 वें दिन काफी मजबूती के साथ प्रतिभाग किया गया।
सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान प्रबंधन काफी हठधर्मी है और सरकार के इशारे पर अपनी हठधर्मिता उ० प्र० की गरीब जनता के ऊपर थोपकर पूरे प्रदेश को अंधकार में धकेलने का प्रयास कर रहा है, जिसका समस्त कर्मचारी संगठनों द्वारा प्रबल विरोध किया जा रहा है। वक्ताओं ने वर्तमान प्रबंधन पर भ्रष्टाचार के काफी गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऊर्जा निगमों के मूल्यांकन से लेकर कंसलटेंट की नियुक्ति तक हुए भ्रष्टाचार सहित अध्यक्ष उ०प्र०पा०का०लि एवं प्रबंध निदेशक सहित अन्य निगमों के प्रबंध निदेशकों द्वारा एक निजी संस्था “ऑल इण्डिया डिस्काम एसोसिएशन” को भारी भरकम चन्दा अवैध रूप से देने को उजागर किया।
वक्ताओं ने बताया कि वर्तमान सरकार के इशारे पर प्रबन्धन काफी हड़बड़ी एवं जल्दबाजी में उ०प्र० की जनता पर निजीकरण को थोपना चाहती है जिसका परिणाम होगा कि प्रदेश की जनता बहुत ही महंगी बिजली का दंश झेलने को विवश होगी अथवा पूरा प्रदेश वापस लालटेन युग में जीने को विवश होगा। सभास्थल पर उपस्थित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों/सदस्यों ने एक सुर में हुँकार भरी कि ऊर्जा निगमों का निजीकरण किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं है।
निजीकरण के विरूद्ध ऊर्जा क्षेत्र का एक-एक सदस्य आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए पूरी तरह से दृढ संकल्पित है। आज की सभा में इं. उपेन्द्र नाथ चौरसिया, चंद्रशेखर, संदीप चंद्रा, तुषार श्रीवास्तव, वेद प्रकाश यादव, जय प्रकाश यादव, बीर विक्रम सिंह, अखिल पाण्डेय, अवधेश पाल, अम्बर यादव, सनी शर्मा, प्रकाश वर्मा, नितीश सिंह, विनोद आदि उपस्थित रहे। आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता नितीश सिंह एवं संचालन प्रभु नारायण पाण्डेय “प्रेमी” ने की।