ग्रामीण आजीविका मिशन की निदेशक ने अन्न प्राशन प्रेरणा महिला उद्योग केंद्र का जायजा लिया
मसौली बाराबंकी। आजीविका मिशन योजना के तहत चल रही योजनाओं, कार्यक्रमों की हकीकत जानने के लिए सोमवार को उत्तर प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन की निदेशक दीपा रंजन टीम के साथ ग्राम पंचायत प्यारेपुर सरैया स्थित अन्न प्राशन प्रेरणा महिला उद्योग केंद्र का जायजा लेते हुए पंचायत भवन चंदवारा मे स्वय सहायता समूह की महिलाओ से संवाद किया।
अन्न प्राशन प्रेरणा महिला उद्योग केंद्र पहुंची आजीविका मिशन निदेशक दीपा रंजन ने प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित अन्नप्राशन प्रेरणा महिला लघु उद्योग केंद्र का जायजा लिया तथा उद्योग केंद्र मे बनने वाली 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चो के लिए बनने वाली रेशपी 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के बच्चो, गर्भवती एव धात्री महिलाओ के लिए आटा वेशन हलुआ, बर्फी व मुंग दाल खिचड़ी व कुपोषित बच्चो के लिए ऊर्जा युक्त हलुआ सामग्री का जायजा लिया तथा उद्योग केंद्र की संचालिका ममता वर्मा, किरन मौर्य, गुड्डी से जानकारी ली। उल्लेखनीय हो कि विकास खंड मसौली एव बंकी के कुल तीन सौ समूहों को मिलाकर संचालित किये जा रहे उद्योग केंद्र से विकास खंड मसौली एव बंकी के आंगनवाड़ी केन्द्रो को आपूर्ति की जाती है।
पंचायत भवन चंदवारा मे आजीविका मिशन से जुड़ी हुई स्वय सहायता समूह की महिलाओ से रूबरू होते हुए आजीविका मिशन की निदेशक दीपा रंजन ने कहा कि स्वयं सहायता समूह महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है और अपनी मेहनत और लगन से महिलाएं कामयाबी की राह पर आगे बढ़ रही हैं. साथ ही आत्मनिर्भर बनकर घर परिवार चल रही हैं. सरकार और प्रशासन की ओर से मिल रहे मौके के कारण महिलाओं को लगातार प्रोत्साहन मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं स्वरोजगार का जरिया बनाने में कामयाब हो रही है. राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़कर विशेष लाभ उठा रही हैं और केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बिना ब्याज के 1 लाख से 5 लाख रुपये तक का लोन प्रदान किया जा रहा है। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को सिलाई, ब्यूटी पार्लर, खाद्य पदार्थ निर्माण, कृषि, और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है।
ये योजना महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने या मौजूदा व्यवसाय को विस्तार देने में मदद करती है। योजना के तहत कम लागत में बीमा सुविधा भी उपलब्ध है, जो व्यवसाय को सुरक्षित बनाती है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकती हैं और अपनी आय बढ़ा सकती हैं। मिशन निदेशक ने स्वय सहायता समूह की महिलाओ से संवाद करते हुए समूहों के संचालन की जानकारी ली तथा समूह सखी को और समूह बनाने के निर्देश देते हुए समूहों के सीसीएल ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
समूहों के गठन मे ग्राम प्रधान एव कोटेदार को सहयोग करने के निर्देश दिये। इस मौक़े पर मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन, अपर मिशन निदेशक जन्मेजय शुक्ला, परियोजना निदेशक राकेश सिंह, उपायुक्त स्वतः रोजगार बी के मोहन, खण्ड विकास अधिकारी संदीप श्रीवास्तव, सहायक विकास अधिकारी पंचायत जानकीराम, ग्राम प्रधान रमेश जयसवाल, एडीओ कृषि विजय कुमार, ब्लाक मैनेजर आजीविका मिशन जितेंद्र पटेल, सचिव अजय वर्मा, प्रधान प्रतिनिधि शैलेन्द्र कुमार पप्पू जयसवाल, जैसराम, संजीव सिंह, उत्तम वर्मा, बीना मौर्य, अलमास रिज़वी, राम प्रताप, वीरेंद्र प्रकाश सरोज, टी ए अजय वर्मा सहित की महिलाए मौजूद रही।