उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड 29727 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर नया रिकॉर्ड बनाया गया है। इससे पहले बीते 27 मई को 29261 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की गई थी। यही नहीं राज्य में बिजली उत्पादन में भी बढ़ोतरी हुई है। यूपी के भीतर जो पावर प्लांट चल रहे हैं उसमें 15788 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया गया। बाकी बिजली केंद्रीय पावर प्लांट व अन्य माध्यमों से उपलब्ध कराई गई।
यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि भीषण गर्मी को देखते हुए बिजली उपभोक्ताओं को मांग के अनुसार बिजली उपलब्ध कराने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएं। उपभोक्ताओं की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए।
उन्हाेंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य लोड डिस्पैच सेंटर को और आधुनिक बनाया जाएगा। बिजली आपूर्ति की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्य अभियंता से लेकर सभी इंजीनियरों को निर्देश दिए गए हैं कि वह फील्ड में रहें और उपभोक्ताओं का फोन उठाकर उन्हें वास्तुस्थिति की पूरी जानकारी दें। ताकि कोई बवाल इत्यादि न हो।
फोन न उठाने पर मुआवजे का हो प्रावधान
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने भीषण गर्मी के बावजूद बिजली इंजीनियरों का फोन न उठने पर आपत्ति जताई है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह काल सेंटर पर फोन न उठाने पर 50 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मुआवजा देने का प्रावधान है। इसी तहर यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड भी प्रावधान करे। वहीं 119 टोल फ्री नंबर पर समस्या तभी निस्तारित मानी जाए जब उपभोक्ता को ओटीपी भेजकर उससे इसका सत्यापन करा लिया जाए।