अधिकारी कर रहे मुख्यमंत्री को मिस गाइड नयी पर्यटन नीति में सूफी सॢकट को गायब कर दिया थारीता के कहने पर सीएम ने शामिल कराया
सैयद निजाम अली
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कुछ अधिकारी भ्रमित करने पर लगे हुए हैं। यह बात कई मंत्री भी कह चुके हैं। इसका एक उदाहारण नई पर्यटन नीति में सामने आया।
मुख्यमंत्री के समक्ष पर्यटन नीति का प्रस्तीतुकीरण था। इसमें अधिकारियों ने रामायण सॢकट, ब्रज कृष्ण सॢकट, बौद्ध सॢकट, आध्यात्मिक सॢकट, बुंदेलखंड सॢकट एवं जैन सॢकट रखा। इस पर जब पर्यटन मंत्री डा.रीता बहुगुणा जोशी ने पूछा कि सूफी सॢकट नहीं रखा इस पर अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री जी नाराज हो जायेंगे। इसके बाद जब मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतीकरण हो गया तो पर्यटन मंत्री डा.रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री इसमें सूफी सॢकट को भी शामिल कर लिया जाये। इस पर योगी आदित्यनाथ ने पूछा कि यह क्या होता तब डा.रीता ने उनको बताया कि जहां मजार होते वहां हर मजहब के लोग आते है जैसे देवा शरीफ में हाजी वारिस अली शाह की मजार
इसके अलावा और भी सूफ ी संतों की मजारें है जिन्होंने समाज मेें शांंति व आपसी भाईचारे का संदेश दिया। इसके बाद मुख्यमंंत्री नेे फौरन कहा कि सूफी सॢकट को भी नयी पर्यटन नीति में
शामिल किया जायें। कई बार कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर कह चुके है कि मुख्यमंत्री को कुछ अधिकारी भ्रमित कर रहे हैं। कई मंत्री और कह चुके है कि यह अधिकारी नहीं चाहते कि मंत्री, सांसद व विधायक मुख्यमंत्री से मिले और उनको सही जानकारियां दे। यही नहीं अधिकारी नहीं चाहते कि मुख्यमंत्री जनता से भी रु-ब-रु हो ताकि उनको पोल पटी न खुल सकें। पर्यटन नीति के सफल क्रियान्वयन के लिए ७० करोड रुपये की व्यवस्था की गयी है।
ब्रज सॢकट में तीर्थ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद की स्थापना की गई है तथा वहां पर अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए १०० करोड़ की व्यवस्था की गयी ैहै।
पर्यटन विभाग के अधिकारी पिछले दस साल से लखनऊ को पर्यटन के राष्ट्रीय कैलेंडर में शामिल नहीं कर रहे हैं। इस बारे में वह पर्यटन मंत्री को भी भ्रमित कर रहे हैं। इस संवाददाता ने जब इस बारे में डा.रीता बुहगुणा जोशी
से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि इस बारे में अधिकारियों से बात करेंगे
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