Sunday, May 5, 2024
spot_img
HomeMarqueeदो लड़कियों को बचाने के चक्कर में सोन नदी में समाया युवक...

दो लड़कियों को बचाने के चक्कर में सोन नदी में समाया युवक मचा हड़कंप

अवधनामा संवाददाता

वैवाहिक समारोह में शरीक होने आये थे तीनों लोग

मौत का सबब बना बेतरतीब बालू खनन को लेकर लोगों में भारी गुस्सा

चोपन/सोनभद्र- चोपन थाना क्षेत्र के अंतर्गत करगरा गांव में बीती रात शादी थी, जहां शादी के उपरांत सुबह शादी में कुछ मेहमान घर सोन नदी में नहाने के लिए गए जाते समय परिजनों ने मना किया कि सोन नदी की स्थिति ठीक नहीं है परंतु बच्चों ने संभल के नहाने की बात करते हुए सोन नदी चले गए जहां नहाते समय दो लड़कियां दीपा पुत्री वकील तिवारी निवासी राजा तालाब उम्र लगभग 18 तथा साक्षी पुत्री उमाशंकर तिवारी निवासी केवटा मारकुंडी उम्र 17 वर्ष अचानक पानी में डूबने लगी, इनको डूबता देख अंकित दुबे पुत्र दिनेश दुबे निवासी उदय करमपुर भदोही इनको बचाने के लिए पानी में कुद गया दोनों लड़कियों को बचाने के चक्कर में अंकित खुद डूबने लगा तभी नदी के किनारे मौजूद लोगों द्वारा तत्काल दोनों लड़कियों को मशक्कत के बाद निकाल लिया गया तब तक अंकित डूब चुका था। वहीं दोनों लड़कियों को इलाज के तत्काल रवाना किया गया घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया शादी का माहौल गम में तब्दील हो गया गया जो जहां था जैसे था सभी लोग नदी के किनारे पहुंच गये लोगों ने इसकी सूचना तत्काल चोपन थाने को सुचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक विश्वनाथ प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए तथा स्थानीय स्तर पर खोजबीन शुरू कर दिया गया परंतु समाचार लिखे जाने तक युवक का कहीं पता नहीं चल सका था वही दोनों लड़कियों में दीपा की हालत गंभीर देख परिजन तत्काल जिला अस्पताल ले गए जहां से उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया । वहीं मौके पर मौजूद प्रभारी निरीक्षक विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बताया कि लोकल गोताखोरों से लापता युवक की खोजबीन लगातार की जा रही है साथ ही एसडीआरएफ टीम को भी सुचना कर दी गई है|

सोन नदी में बेतरतीब बालू खनन को लेकर लोगों में भारी गुस्सा

करगरा के ग्रामीणों ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ है वह हम लोगों का सैकड़ों वर्ष पुराना घाट है ग्रामीण यहां हमेशा स्नान करने के लिए आते रहे हैं परन्तु मौजूदा समय में नियम कानून को ताक पर रखकर ठेकेदारों द्वारा बड़ी बड़ी मशिने लगाकर बेतरतीब बालू खनन किया जा रहा है नदी का स्वरूप ही समाप्त हो गया है जगह जगह मौत का कुआं बन चुका है जहां लोग बाग असमय काल के गाल में समा रहे हैं इस तरफ कोई जिम्मेदार कुछ नहीं कहता सुनता है लोगों ने बताया कि पूर्व में भी कई मौतें हो चुकी हैं उपरोक्त कारणों की वजह से|

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular