Friday, May 3, 2024
spot_img
HomeLucknowयोगी के कानून मंत्री ने जताई स्वास्थ्य सेवाओं पर चिंता

योगी के कानून मंत्री ने जताई स्वास्थ्य सेवाओं पर चिंता

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड एक दिन में 17 हजार से ज्यादा मामले सामने आये हैं। हालांकि योगी सरकार कोरोना को काबू करने में सख्ती तो जरूर दिखा रही है। सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई शहरो में नाइट कर्फ्यू भी लगाया है लेकिन इसका असर कोई खास होता नज़र नहीं आ रहा है।

हर दिन कोरोना के नए मामलों का रिकॉर्ड टूट रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी में कोरोना के हालात और ख़राब हो गए है। आलम तो ये है कि अस्पताल के बाहर मरीज़ों की लम्बी क़तार देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं कोरोना बेड खाली नहीं है।

दूसरी ओर श्मशान के बाहर भी अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगी है। ऐसे में राजधानी में बढ़ते कोरोना को देखते हुए आम लोगों में डर का मौहाल है। उधर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की स्थिति को देखकर सरकार के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक काफी चिंतित नज़र आ रहा है। कानून मंत्री बृजेश पाठक ने अधिकारियों को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने पत्र में यहां तक कहा है कि अगर खराब व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया गया तो लखनऊ में लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है।

बृजेश पाठक ने चिट्ठी में क्या लिखा

बृजेश पाठक ने ये चिट्ठी राज्य के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को लिखी है। बृजेश पाठक ने इसमें कहा है कि लोग लगातार मदद के लिए फोन कर रहे हैं, लेकिन हम उनको समुचित इलाज नहीं दे पा रहे हैं । मंत्री ने आगे कहा है कि स्वास्थ्य अधिकारी के दफ्तर में फोन नहीं उठाया जाता है, इस वजह से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। मंत्री ने अपनी चिट्ठी में अपील की है कि अस्पतालों में बेडों की संख्या तुरंत बढ़ाई जाए, टेस्टिंग पर भी ज़ोर दिया जाए।

मंत्री ने चिट्ठी में इतिहासविद योगेश प्रवीन को भी ऐंबुलेंस न मिलने का जिक्र करते हुए लिखा है कि उन्होंने खुद सीएमओ से बात कर एम्बुलेंस मुहैया करवाने का अनुरोध किया, लेकिन घंटों तक उन्हें एम्बुलेंस नहीं मिली। समय से चिकित्सा सुविधा न मिल पाने के कारण उनका निधन हो गया।

बता दें कि बीते कुछ दिनों से राजधानी लखनऊ में कोरोना के मामलों में बेहद इजाफा हुआ है, हर रोज 4 हजार के करीब केस दर्ज किए जा रहे हैं। जिसके बाद लखनऊ के कई अस्पतालों में बेड्स की कमी रिपोर्ट की गई थी, वहीं मरीजों को एंट्री नहीं मिल रही थी। हालात इतने भयावह थे कि लखनऊ के बैकुंठ धाम श्मशान में अंतिम संस्कार के लिए भी वेटिंग लगी हुई है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular