Sunday, May 5, 2024
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सदियों से योग का एक ही सार है, स्वस्थ शरीर का निर्माण : सांसद

अवधनामा संवाददाता

योग मानसिक, शारीरिक व बौद्धिक विकास का है एक मात्र साधन : मोहन

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर महापरिनिर्वाण मन्दिर परिसर में हुआ भव्य कार्यक्रम

कुशीनगर। नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर महापरिनिर्वाण मंदिर परिसर समेत, जिले के समस्त तहसील, ब्लॉक व ग्रामीण स्तर पर में योग दिवस उत्सव के साथ मनाया गया। योग दिवस के मुख्य अतिथि रहे सांसद विजय कुमार दुबे ने कहा कि संकल्पशीलता और उत्साह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। योग मानवता के भौतिक और आध्यात्मिक उत्थान दोनों के लिए उपयोगी है।

बुधवार को महापरिनिर्वाण मन्दिर परिसर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर संबोधित कर रहे थे। भारत सरकार ने मानवता के कल्याण के लिए योग को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। कहा कि यह आवश्यक है कि इस अद्भुत सांस्कृतिक विरासत का व्यापक प्रसार हो ताकि पूरी दुनिया लाभान्वित हो सके। कहा कि यूएनओ, डब्ल्यूएचओ, यूनेस्को के अलावा 75 से अधिक देशों के 16 टाइम जोंन में योग उत्सव गार्जियन रिंग कार्यक्रम के माध्यम से मनाया जा रहा है। विशिष्ट अतिथि हाटा विधायक मोहन वर्मा ने कहा कि योग प्राचीन होने के साथ-साथ आधुनिक भी है। योगियों ने सदियों पहले जो खोज किया और अनुभव किया वह प्रत्यक्ष रूप में आज भी प्रासंगिक है। भारतीय योगा गुरुओ को धन्यवाद देते हुए उन्होनें कहा कि इन गुरुओ ने न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में योग का प्रचार प्रसार किया।

जिले भर में उत्सव के रूप में माना योग दिवस

कुशीनगर। विश्व योग दिवस पर बुधवार को सुबह छह बजे से शुरू हुए योग कार्यक्रम के दौरान जिले में विभिन्न जगहों पर एक साथ हजारों लोगों ने योग किया। मोतीचक ब्लॉक में प्रमुख प्रतिनिधि संदीप सिंह ने कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास किया। नगर पंचायत मथौली के चेयरमैन नवरंग सिंह सभासदों के साथ योगाभ्यास किया। इस मौके पर प्रशिक्षकों ने बताया कि योग और प्रदर्शनकारी कला दोनों में शारीरिक क्रियाओं के साथ-साथ ध्यान और आध्यात्मिकता का सम्मिश्रण होता है। निरोगी काया के लिए संजीवनी का कार्य करती है। प्रशिक्षकों ने वायु मुद्रा, आकाश मुद्रा, शून्य मुद्रा, पृथ्वी मुद्रा, वरुण मुद्रा, जल शामक मुद्रा, कलाई मुद्रा, ध्यान व वैराग्य मुद्रा का अभ्यास कराया। प्रशिक्षकों ने बताया कि योग मुद्राएं शरीर में खास पंच तत्वों का भी प्रतीक होती हैं। योग मुद्राएं विशेष तत्वों को सक्रिय करके न सिर्फ शरीर बल्कि मन को भी स्वस्थ बनाती हैं।

 

 

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