अवधनामा संवाददाता
आज़मगढ़(Azamgarh)। राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्मजीव ब्यूरो, कुशमौर, मऊ और कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा के संयुक्त तत्वावधान में डिपार्टमेंट आफ साइन्स एण्ड टेक्नोलोजी-साइन्स फार इक्विटी एम्पावरमेण्ट एवं डेवलपमेंट, भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित सूक्ष्मजीव आधारित त्वरित कम्पोस्टिंग पर एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन ग्राम सिद्धीपुर वि०ख० ठेकमा में किया गया। उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्म जीव ब्यूरो मऊ की प्रधान वैज्ञानिक डॉ रेनु ने सूक्ष्मजीवों के कृषिगत उपयोग के बारे में विस्तार से चर्चा की। संस्थान के ही अन्य वैज्ञानिक डाॅ आदर्श सोनी ने संस्थान से तैयार बायो एनपीके, बायो जिंक आदि पर विस्तार से चर्चा की। केवीके कोटवा के अध्यक्ष डाॅ के एम सिंह ने जैविक खेती में गुणवत्तायुक्त जैविक कम्पोस्ट के फायदे के बारे में सभी को अवगत कराया। केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ आर के सिंह ने किसानों को खेतों में रसायन की मात्रा कम करके गुणवत्तायुक्त उत्पाद प्राप्त करने और अपनी आय बढ़ाने हेतु प्रेरित किया। संस्थान के बायोटेक किसान हब परियोजना में सह अन्वेषक के रूप में अपनी सहभागिता देने वाले केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रुद्र प्रताप सिंह ने त्वरित कम्पोस्टिंग इकाई के माध्यम से कम्पोस्ट खाद तैयार कर गुणवत्तायुक्त उत्पाद प्राप्त करने हेतु जानकारी साझा की। डाॅ रणधीर नायक ने राइजोबियम कल्चर, फास्फेट सालूबिलाइजिंग बैक्टीरिया, ट्राइकोडर्मा आदि के प्रयोग के बारे में चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य गोमाडीह श्रीमती सुभावती देवी ने की। झिरुआ कमालपुर की नवनिर्वाचित प्रधान श्रीमती सोनी देवी सहित समूह बनाकर कार्य कर रहीं महिलाएं कार्यक्रम उपस्थित रहीं।
सरकार द्वारा जारी कोविड दिशा निर्देशों का पालन कराते हुए कार्यक्रम में १०० से अधिक किसानों को फसल उत्पादन में प्रचलित परंपरागत रासायनिक विधियों से अलग हटकर सूक्ष्मजीवों आधारित कृषि और कृषि अवशेषों की त्वरित कम्पोस्टिंग प्रक्रिया को अपनाने के लिए जैविक एवं उन्नत तौर-तरीकों को अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में ब्यूरो के अनुसंधानकर्ता आस्था तिवारी, नागेश, अमित यादव, आशीष, राजन, सुनील, हरिओम, रविंद्र आदि ने भाग लिया। प्रशिक्षण में समूह की महिलाओं सरोज देवी, सुनीता, विपिन बिहारी, अशोक कुमार, मोहन यादव, मुल्लू राम पासी आदि उपस्थित रहे।
सरकार द्वारा जारी कोविड दिशा निर्देशों का पालन कराते हुए कार्यक्रम में १०० से अधिक किसानों को फसल उत्पादन में प्रचलित परंपरागत रासायनिक विधियों से अलग हटकर सूक्ष्मजीवों आधारित कृषि और कृषि अवशेषों की त्वरित कम्पोस्टिंग प्रक्रिया को अपनाने के लिए जैविक एवं उन्नत तौर-तरीकों को अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में ब्यूरो के अनुसंधानकर्ता आस्था तिवारी, नागेश, अमित यादव, आशीष, राजन, सुनील, हरिओम, रविंद्र आदि ने भाग लिया। प्रशिक्षण में समूह की महिलाओं सरोज देवी, सुनीता, विपिन बिहारी, अशोक कुमार, मोहन यादव, मुल्लू राम पासी आदि उपस्थित रहे।
Also read