टाइड मना रहा है ग्रीन दिवाली

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उत्‍तर प्रदेश में एसएमई के लिये भारत का पहला रिसाइकल्‍ड (आरपीवीसी) रूपे कार्ड ‘पृथ्‍वी’ पेश किया

लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश में प्रदूषण का स्‍तर रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँचने के साथ, यूके के अग्रणी व्‍यवसाय-वित्‍त प्‍लेटफॉर्म टाइड1 ने उत्‍तर प्रदेश में एसएमई के लिये पर्यावरण के अनुकूल पृथ्‍वी रूपे कार्ड को पेश किया है। इन कार्ड्स का वितरण दिवाली से पहले शुरू होगा।
यह शुरूआत यूपी सरकार द्वारा राज्‍य में वायु प्रदूषण को कम करने के लिये कुछ समय से हो रही कोशिशों के अनुरूप है और 1 अक्‍टूबर, 2023 से प्रभावी चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्यवाही योजना (जीआरएपी) के साथ सर्दियों में वायु प्रदूषण से निपटने की तैयारी हो चुकी है। उत्‍तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने राज्‍य के विभिन्‍न क्षेत्रों में वायु प्रदूषण से निपटने के लिये विभिन्‍न एजेंसियों को लगाया है।
यह एजेंसियाँ शहरों में ज्‍यादा प्रदूषण वाली जगहों की पहचान करती हैं और फिर प्रदूषण की गतिविधि होने पर करीबी से नजर रखती हैं। यूपीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक इस उपाय ने वायु प्रदूषण को कम करने में सफलतापूर्वक मदद की है। आंकड़े बताते हैं कि दो शहरों में 2020-21, 2021-22 और 2022-23 की पिछली तीन जीआरएपी अवधियों में प्रदूषण कम हुआ है।
टाइड का पृथ्‍वी रूपे कार्ड रिसाइकल्‍ड सामग्री को काम में लेता है, जिससे प्‍लास्टिक के कचरे और फिर प्‍लास्टिक के प्रदूषण को कम करने में भाग लेना संभव है। पीवीसी की रिसाइक्लिंग से नया पीवीसी बनाने के लिये ज्‍यादा तेल निकालने की जरूरत नहीं पड़ती है, जोकि एक मुख्‍य जीवाष्‍म ईंधन है।
टाइड इंडिया के सीईओ गुरजोधपाल सिंह ने कहा: “टाइड में हमारा मानना है कि व्‍यवसायों को जलवायु परिवर्तन में कमी लाने के लिये कल नहीं, बल्कि अभी कठोर कार्यवाही करनी चाहिये। उद्योग में पहला हमारा यह कदम ग्रीनहाउस गैसों के दुष्‍प्रभाव को रोकने के लिये भारत की कोशिशों को सहयोग देता है।”
“हम उत्‍तर प्रदेश में एसएमई के लिये पृथ्‍वी रूपे कार्ड लाकर बहुत खुश हैं। यह कार्ड सरकार की पर्यावरण के लिये हितैषी पहलों को सहयोग देता है, प्‍लास्टिक का कचरा कम करने में योगदान देता है और भारत में एसएमई की तरक्‍की में सहयोग के लिये टाइड का वादा दिखाता है।”
अपने व्‍यवसायों को विस्‍तार देने के साथ ही, टाइड दिल्‍ली के एसएमई को पर्यावरण पर उनका प्रभाव कम करने में सहायता देने के लिये प्रतिबद्ध है। इसमें भारत तथा विश्‍व में अपने ग्राहकों के लिये नेट ज़ीरो का लक्ष्‍य हासिल करना आसान बनाने के लिये टाइड का संकल्‍प शामिल है। नेट ज़ीरो मानवीय गतिविधि से बनने वालीं ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा को शून्‍य करने का एक लक्ष्‍य है, जिसे हासिल करने के लिये उत्‍सर्जन कम करने होंगे और वातावरण से कार्बन डाइऑक्‍साइड का अवशोषण करना होगा।
99% रिसाइकल्‍ड प्‍लास्टिक से बना, यह भारत में किसी फिनटेक कंपनी का पहला ऐसा कदम है। आरपीवीसी का हर कार्ड 7 ग्राम कार्बन और 3.18 ग्राम प्‍लास्टिक की बचत करेगा, जिसका इस्‍तेमाल वर्जिन पीवीसी से बने नये कार्ड को बनाने में होता।
मार्च में टाइड 2022 से स्‍थायी कार्बन को हटाकर अपना 100% उत्‍सर्जन खत्‍म करने वाली विश्‍व की पहली फिनटेक बनी थी। यह व्‍यवसाय 2030 तक पूरी तरह से नेट ज़ीरो बनने के लिये और यूके में अपने ग्राहकों (यूके के 10% एसएमई) तथा भारतीय एसएमई के बढ़ते नेटवर्क को नेट ज़ीरो की यात्रा में सहयोग देने के लिये भी प्रतिबद्ध है।
टाइड के विषय में
2015 में संस्‍थापित एवं 2017 में लॉन्‍च हुआ टाइड यूके का अग्रणी बिजनेस फाइनेंशियल प्‍लेटफॉर्म है। टाइड अपने व्‍यवसायों के परिचालन में समय (और पैसा) बचाने में एसएमई की सहायता करता है, जिसके लिये न सिर्फ व्‍यवसाय खाता एवं संबद्ध बैंकिंग सेवाएं दी जाती हैं, बल्कि इनवॉइसिंग से लेकर लेखांकन तक बेहद उपयोगी एवं कनेक्‍टेड प्रबंधकीय समाधानों का एक व्‍यापक सेट भी दिया जाता है। यूके में टाइड के 550,000 एसएमई ग्राहक हैं (बाजार में 10% हिस्‍सेदारी) और भारत में 150,000 से ज्‍यादा एसएमई इसके ग्राहक हैं। टाइड को ग्रेट प्‍लेस टू वर्क का प्रमाणन भी मिल चुका है।
दुनियाभर में टाइड के लगभग 1500 कर्मचारी हैं। लंबी अवधि के लिये टाइड की महत्‍वाकांक्षा दुनिया का अग्रणी व्‍यवसाय-वित्‍त प्‍लेटफॉर्म बनने की है।

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