अवधनामा संवाददाता
बारीकी से देखी स्वास्थ्य सेवायें, दिये आवश्यक निर्देश
ललितपुर। (Lalitpur) जिलाधिकारी अन्नावि दिनेशकुमार ने जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी नॉन कम्यूनिकेविल डिसीज यूनिट, रेडियोलॉजी कक्ष, एक्सरे कक्ष, माइकोकोपिंग ऐरिया, रसीद काउंटर, रसोईघर, महिला सर्जिकल वार्ड, प्राईवेट वार्ड, एन.आर.सी., ऑपरेशन थियेटर, महिला बच्चा वार्ड, पुरुष वार्ड, कम्बाइंड वार्ड, एन.आर.सी. किचिन सहित विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में कई स्थानों पर निष्प्रयोज्य सामग्री रखी पायी गई, जिस पर जिलाधिकारी ने निष्प्रयोज्य सामग्री को व्यवस्थित ढंग से निस्तारित करने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय के कई कक्ष बंद पाये गए, साथ ही कर्मचारी भी अनुपस्थित मिले। इस पर उन्होंने सभी कक्षों को खुलवाकर देखा व सफाई करवाकर प्रयोग में लाने के निर्देश दिये। इसके अलावा समय से उपस्थित न होने वाले कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए समय से उपस्थित होने के निर्देश भी दिये। इसके उपरान्त जिलाधिकारी रेडियोलॉजी कक्ष एवं एक्सरे कक्ष व डिजिटल एक्सरे कक्ष पहुंचे, यहां पर उन्होंने वॉशवेसिन की फिटिंग को ठीक कराये जाने के निर्देश दिये। मौके पर उन्होंने प्राईवेट वार्ड को भी देखा, यहां पर डा.अमित चतुर्वेदी द्वारा अवगत कराया गया कि जो मरीजों को उनकी इच्छानुसार प्राइवेट वार्ड में रखा जाता है, मौके पर प्राईवेट वार्ड में कोई भी मरीज भर्ती नहीं पाया गया। इसके उपरान्त उन्होंने महिला सर्जिकल वार्ड एवं पोषण पुनर्वास केन्द्र एनआरसी का निरीक्षण किया, यहां पर उन्होंने सिस्टम इंचार्ज कक्ष, स्टोर रुम, निष्प्रयोज्य सामग्री कक्ष, स्टाफनर्स ड्यूटी रुम को देखा, मौके पर एन.आर.सी. में अयान नाम का बच्चा भर्ती पाया गया, जो दो दिन पूर्व भर्ती कराया गया। यहां पर उपस्थित चिकित्सक द्वारा बताया गया कि बच्चों को प्रतिदिन एक लीटर दूध दिया जाता है, इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि एनआरसी में भर्ती बच्चों को डाइट चार्ट के अनुरुप ही भोजन सामग्री दी जाये। मौके पर एक महिला द्वारा शिकायत की गई कि अस्पताल के वार्ड बॉय संतोष यादव द्वारा उनके साथ दुव्र्यवहार किया गया है।
इस पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पुरुष को निर्देश दिये कि उक्त वार्ड बॉय के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही करें, साथ ही सभी कर्मचारियों को मरीजों से अच्छा व्यवहार करने हेतु निर्देशित करें। यहां पर उन्होंने सिस्टम इंचार्ज कक्ष, महिला बच्चा वार्ड एवं पैथोलॉजी कक्ष तथा वार्ड के शौचालयों को भी देखा, साथ ही निर्देश दिये कि वार्डों एवं शौचालयों में नियमित रुप से सफाई करें। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने अस्पताल परिसर में बने रसोईघर का निरीक्षण किया। मौके पर रसोई में गंदगी पायी गई, साथ ही भोजन सामग्री रखे हुए बर्तनों के ढक्कन खुले पाये गए, मौक पर जिलाधिकारी ने उपस्थित कर्मचारियों को निर्देशित किया कि समय से रसोई कक्ष खोलकर सफाई के उपरान्त ही भोजन पकाया जाये। यहां पर स्टोर रुम में कबाड़ भरा हुआ पाया, जिसे जिलाधिकारी ने साफ कराये जाने के निर्देश दिये।
मौके पर जिलाधिकारी ने चिकित्सालय के रसीद काउंटर को भी देखा, यहां पर कर्मचारी के बैठने के लिए स्थायी काउंटर बने होने के बावजूद भी कर्मचारी द्वारा टेबिल लगायी गई थी, साथ ही पर्याप्त जगह होने पर भी एल्युमीनियम पार्टीशन किया गया था, जिस पर जिलाधिकारी ने स्थायी काउंटर को प्रयोग में लाने व पार्टीशन हटाये जाने हेतु निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि चिकित्सालय में अनिवार्य रुप से कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जाए, साथ ही नियमित रुप से सैनेटाईजेशन कराया जाये। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी न्यायिक रजनीश राय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.अमित चतुर्वेदी, डा.डीके राज सहित अस्पताल के अन्य चिकित्सक एवं स्टाफ मौजूद रहा।