अवधनामा संवाददाता
पूर्वांचल के चहुंमुखी समग्र विकास हेतु सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए तेजी से कार्रवाई करें
प्रयागराज (Prayagraj)। उपाध्यक्ष पूर्वांचल विकास बोर्ड, उ0प्र0 नरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को सर्किट हाउस के सभागार में पूर्वांचल विकास बोर्ड की छठी बैठक आयोजित की गयी। बैठक में पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य विजय शंकर यादव, परदेशी रविदास, अरविंद बौद्ध(पटेल) विजय विक्रम सिंह, राज कुमार शाही, ओम प्रकाश गोयल, के0पी0 श्रीवास्तव, अशोक चैधरी उपस्थित रहे। आयोजित बैठक में बोर्ड के मनोनीत मा0 सदस्यों द्वारा पूर्वांचल क्षेत्र के विकास सम्बंधी सुझाव प्रस्तुत किये गये। सुझावों में कहा गया कि पूर्वांचल जो कि सबसे उपजाऊ क्षेत्र है, फिर भी हम यहां पिछड़े हुए है, इसे समाप्त करना होगा तथा तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ते रहना होगा। छोटे जोत के किसानों की संख्या ज्यादा होने से उन्हें नगदी खेती के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इसी तरह से पूर्वांचल के क्षेत्र में पर्यटन की अपार सम्भावना को देखते हुए यहां पर पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने का सुझाव दिया गया, जिससे रोजगार के भी अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही मा0 सदस्यों द्वारा यह शिकायत भी की गयी कि जिला योजना की बैठक में उन्हें भी शामिल किया जाये, जिसके लिए बोर्ड की तरफ से एक पत्र जारी किया जाये। प्रयागराज के नामित दो सदस्य केपी श्रीवास्तव एवं अशोक चैधरी ने प्रयागराज की समस्याओं एवं सुझावों को बोर्ड के समक्ष रखा। उन्होंने बोर्ड के अध्यक्ष से कहा कि गंगा-यमुना में गिराये जा रहे नाले पूर्ण शोधित हो। बरसात का पानी बचाने के लिए छोटे-छोटे डैम के निर्माण का सुझाव दिया, जिससे कि समय पर सिंचाई की आवश्यकता को पूरा किया जा सके एवं पुराने व जर्जर विद्युत की तार को हटाया जाये साथ ही विद्युत विभाग की लापरवाही से होने वाली मौतों पर शत-प्रतिशत लोगो को मुआवजा दिया जाये। उन्होंने कूड़ा निस्तारण, क्रय केन्द्रों की कार्य प्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिया। पूर्वांचल विकास बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता कर रहे मा0 उपाध्यक्ष ने सदस्यों द्वारा प्रस्तुत किये गये सुझावों को सुना व बैठक में मौजूद अधिकारियों को पूर्वांचल के विकास में अपनी अग्रणी भूमिका पूरी ईमानदारी व निष्पक्षता के साथ निभाने को कहा। साथ ही आयोग के सदस्यों को आश्वस्त किया कि आप लोगो के द्वारा दिये गये हर सुझावों को कार्यवृत्ति में नोट कर बोर्ड के अध्यक्ष मुख्यमंत्री जी के ध्यानाकर्षण में लाया जायेगा और इसपर उचित निर्णय लिया जायेगा। इससे अधिकारियों व सदस्यों को अवगत कराया जायेगा। पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष दया शंकर मिश्र ने पूर्वांचल के जनपदों के समग्र विकास के सम्बंध में एवं पूर्वांचल विकास बोर्ड के कार्यों के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के जनपदों के समग्र विकास हेतु सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित करते हुए कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों की अपनी अलग-अलग पहचान तथा उसका अपना अलग महत्व है। मण्डलायुक्त संजय गोयल ने मा0 उपाध्यक्षों तथा सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि बैठक में बोर्ड के द्वारा जो भी दिशा-निर्देश दिये गये है, उसका अनुपालन सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर विशेष सचिव कृषि श्री विद्याशंकर, विशेष सचिव नियोजन आर0एन0एस0 यादव सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।