नई दिल्ली, भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन संगठन केंद्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान भोपाल ने सर्वोकॉन सिस्टम्स लिमिटेड को 5एमवीए (33/11किलोवॉट) पावर ट्रांसफॉर्मर पर टाइप टेस्ट्स एंड स्पेशल टेस्ट्स प्रमाणन दिया है। इस तरह के उच्च रेटिंग के ट्रांसफॉर्मर पर टाइप टेस्ट और स्पेशल टेस्ट का सफल समापन सर्वोकॉन के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो उसकी घरेलू निर्माण एवं बढ़ती इंजीनियरिंग क्षमताओं का प्रमाण है। यह सर्वोकॉन के लिए न सिर्फ एक बड़ी उपलब्धि है जिसे उद्योग में महत्वपूर्ण तकनीकी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है बल्कि यह कंपनी के लिए नए वर्ष का पूरे दिल से स्वागत करने और एक नई शुरुआत और अच्छी संभावनाओं का भी प्रतीक है।
सर्वोकॉन सिस्टम्स लिमिटेडके संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक हाजी कमरुद्दीन ने इस अवसर पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा सीपीआरआई-भोपाल से 5एमवीए (33/11किलोवॉट) पावर ट्रांसफॉर्मर के लिए टाइप टेस्ट्स एंड स्पेशल टेस्ट्स प्रमाणन मिलना भरोसेमंद और उच्च प्रदर्शन वाले विद्युत ट्रांसफॉर्मर पेश करने के लिए हमारे समर्पण का प्रमाण है। इस तरह के प्रमाणन सर्वोकॉन की स्थिति भारत की प्रख्यात पावर कंडीशनिंग इक्विपमेंट एवं ट्रांसफॉर्मर निर्माता के तौर पर मजबूत बनाते हैं। सीपीआरआई से ऐसे प्रमाणन मिलने से खरीदारों का भरोसा और ज्यादा मजबूत होगा।
उन्होंने कहा इससे हमारे ग्राहकों (राज्य विद्युत बोर्डों, सरकारी पीएसयू,विद्युत ठेकेदारों और परियोजना विशेषज्ञों समेत) में विश्वास बढ़ा है कि हमारे उत्पाद गुणवत्ता मानकों के अनुरूप और सुरक्षित हैं। प्रमाणित और भरोसेमंद उत्पादों के लिए मांग बढ़ने से सर्वोकॉन उत्पाद दायित्व जोखिम कम करने और नियामक जिम्मेदारियां पूरी करने पर जोर देती है एवं सुनिश्चित करती है कि ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद मिलें। अपनी खास पहचान बनाए रखने के लिए हमारा समर्पण एक विश्वसनीय कंपनी के तौर पर सर्वोकॉन की स्थिति और ज्यादा मजबूत बनाता है।’
सर्वोकॉन का सीपीआरआई-स्वीकृत 5एमवीए (33/11 किलोवॉट) पावर ट्रांसफॉर्मर भारत के ऊर्जा परिदृश्य में बड़ा बदलाव लाने को तैयार है। यह उपलब्धि विद्युत मंत्रालय की रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के अनुरूप है, जिससे डिस्कॉम की चुनौतियों को दूर करने और आर्थिक वृद्धि, पर्यावरण सुरक्षा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत विजन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी, क्योंकि भारत ऊर्जा स्वतंत्रता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। सर्वोकॉन का योगदान भारत के विद्युत क्षेत्र को मजबूत बनाता है, जो आजादी के 100वें वर्ष तक एक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर बढ़ रहा है।