अवधनामा संवाददाता
घर पर हो रही पूजा छोड़कर पहुँचे रक्तदान करने
भलुअनी (देवरिया) । आज के दौर में जहाँ लोग अपनों को खून देने से डरते हैं, कतराते हैं, बहाने बनाते हैं वहीं स्वच्छ भलुअनी स्वस्थ भलुअनी “यूथ ब्रिगेड” के सबसे युवा रक्तवीर सदस्य शिवम पांडेय (19 वर्ष) ने एक थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे के लिये घर पर हो रही पूजा छोड़कर जिला ब्लड बैंक देवरिया पहुंचकर उस बच्चे की जान बचाने के लिये रक्तदान कर एक मिसाल पेश किया है ।
शिवम पांडेय ने रक्तदान करने के बाद कहा कि किसी की जान बचाने का जरिया बनने का सौभाग्य मिलना बहुत बड़ी बात है क्यूंकि अपने लिये तो सभी जी रहे हैं अगर किसी गैर के लिये कुछ कर सके तो यह गर्व की अनुभूति होती है । घर पर हो रही पूजा के दौरान जैसे ही यूथ ब्रिगेड के संरक्षक सन्तोष मद्धेशिया ने थैलेसीमिया पीड़ित प्रिंस के लिये तत्काल रक्तदान करने को देवरिया जाने की जानकारी दी मुझे लगा इससे बड़ी पूजा कुछ और नही हो सकती और मैं तुरन्त प्रिंस के परिजनों के साथ ब्लड बैंक पहुचकर रक्तदान किया । रक्तदान करने के बाद जो खुशी व आत्मसंतुष्टि मिलती है उसे महसूस करने के लिये आप सभी भी रक्तदान जरूर करें ।
ज्ञात हो कि यूथ ब्रिगेड द्वारा प्रिंस के लिये ब्लड उपलब्ध कराने का प्रयास पिछले एक सप्ताह से चल रहा था पर ब्लड बैंक में ब्लड नही होने से यूथ ब्रिगेड व प्रिंस के परिजनों की मुश्किलें बढ़ती जा रही थी, इसी बीच प्रिंस की बिगड़ती हालत की जानकारी होने पर सन्तोष मद्धेशिया ने शिवम पांडेय से रक्तदान करने की अपील की जिस पर उन्होनें तुरंत ब्लड बैंक पहुचकर रक्तदान किया ।
शरीर से बेहद साधारण दिखने वाले शिवम पांडेय ने आज तीसरी बार रक्तदान कर रक्तदान से डरने वालों को यह सन्देश दिया कि रक्तदान करने के लिये भीमकाय शरीर की नही बल्कि बुलन्द हौंसलों व जज्बों की जरूरत होती है । शिवम पांडेय के बारे में सबसे खास बात यह है कि करीब एक वर्ष पूर्व सोशल मिडिया के माध्यम से यूथ ब्रिगेड से जुड़ने के बाद उन्होंने रक्तदान करने की इच्छा जताई थी और जैसे ही 18 वर्ष की उम्र हुई रक्तदान शुरू कर दिया और जब भी मौका मिलता है रक्तदान करने के लिये सबसे पहले खड़े मिलते हैं । शिवम पांडेय के इस नेक कार्य की प्रशंसा यूथ ब्रिगेड के साथ साथ जिले के लोग कर रहे हैं ।
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