नई दिल्ली। (New Delhi) कोरोना ने देशभर में तबाही मचाई हुई है। सरकार द्वारा किए गए प्रबंधन को लेकर विपक्ष लगातार भाजपा सरकार को घेर रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने सरकार के सामने एक के बाद एक कई सवाल दागे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के वैक्सीनेशन प्लान को लेकर दिए गए बयान का जिक्र करते हुए सवाल पूछा है।
प्रियंका गांधी ने लिखा कि, भारत के वैक्सीन उत्पादन और वैक्सीन कार्यक्रमों की विशालता के इतिहास को देखते हुए ये विश्वास करना आसान था कि मोदी सरकार इस काम को तो बेहतर ढंग से करेगी। आखिर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1948 में चेन्नई में वैक्सीन यूनिट व 1952 में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे को स्थापित कर भारत के वैक्सीन कार्यक्रम को एक उड़ान दी थी। हमने सफलतापूर्वक चेचक, पोलियो आदि बीमारियों को शिकस्त दी।
प्रियंका गांधी ने सवाल पूछते हुए लिखा कि, भारत में वैक्सीन आम लोगों की जिंदगी बचाने के औजार के बजाय प्रधानमंत्री के निजी प्रचार का साधन बन गई। इसके चलते आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक भारत अन्य देशों से वैक्सीन के दान पर निर्भर हो गया है और वैक्सीनेशन के मामले में दुनिया के कमजोर देशों की कतार में शामिल हो गया है। आखिर ऐसा क्यों हुआ
कांग्रेस महासचिव ने एक महीने में टीकाकरण में गिरावट आने का आरोप लगते हुए लिखा कि, आज भारत की 130 करोड़ की आबादी के मात्र 11% हिस्से को वैक्सीन की पहली डोज़ और मात्र 3% हिस्से को फुल वैक्सीनेशन नसीब हुआ है। आज मोदी सरकार ने देश को वैक्सीन की कमी के दलदल में धकेल दिया है। वैक्सीन कमी के पीछे सरकार की फेल वैक्सीन पॉलिसी दिखाई पड़ती है। उन्होंने पूछा कि, आखिर जिम्मेदार कौन है ?