नगरपालिका द्वारा ई-रिक्शा व ऑटो चालकों से प्रतिदिन पचास रुपये वसूली के फैसले को लेकर उपजे विरोध के बाद अब नगरपालिका बैकफुट पर आ गई है।
कांग्रेस नेताओं ने इस निर्णय के खिलाफ ज्ञापन सौंपने और आंदोलन की चेतावनी दी थी। ज्ञापन और आंदोलन की चेतावनी की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही थी, जिसके बाद नगरपालिका ने आनन-फानन में टैक्स की राशि घटा दी।
नगरपालिका अध्यक्ष रजा मोहम्मद ने ठेकेदारों व चालकों से वार्ता कर नया निर्णय लिया। अब ऑटो और ई-रिक्शा चालकों को प्रतिदिन केवल दस रुपये ही देना होगा, जबकि ट्रकों का शुल्क सौ रुपये प्रति दिन यथावत रहेगा।
नगरपालिका अध्यक्ष ने बताया कि यह निर्णय सरकारी गजट का हवाला देकर लिया गया है। पचास रुपये प्रतिदिन की वसूली का निर्णय विवादों और विरोध के बाद संशोधित किया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कांग्रेस नेताओं की कड़ी आपत्ति, आंदोलन की चेतावनी और सोशल मीडिया पर फैल रही नाराजगी के बाद नगरपालिका को यू-टर्न लेना पड़ा।