नगर स्वामी नहीं नगर सेवक होना चाहिए महापौर : विवेक जायसवाल

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अवधनामा संवाददाता(मनोज तिवारी)

प्रयागराज : आम जनता अपना प्रतिनिधि चुनकर महापौर बनाकर नगर का पहला नागरिक बनती है और नगर का खजाना सौंपती है और चाभी भी , ऐसे महापौर को जनता का सेवक होना चाहिए न कि महापौर को स्वामी बनकर जनता के  ऊपर राज करना चाहिए .
उपर्युक्त बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विवेक जायसवाल ने  एक वार्ता में बताया कि नेता को जनता की हर चुनाव में ही याद आती है और वह सबको मीठी गोली देता हुआ चलता है , जिसकी वजह से आज जनता के बीच में नेताओं की छवि गिरी हुई है , जब जनता मालिक होने का एहसास  कराती है अपने वोटों से तो नेता का फर्ज होता है कि मालिक बनाने वाली जनता की सेवा की जाय , लेकिन हो उल्टा रहा है , एक बार सफल होने के बाद कोई पीछे मुड़कर नहीं देखता है और उसे लगता है कि जनता की मजबूरी है उसे राजा ही बनाये रहे नगर निगम चुनाव पर बात करते हुए बीजेपी नेता विवेक जायसवाल ने कहा कि क्षेत्र तो बड़ा हो गया है लेकिन बीजेपी दिनों दिन विस्तार करती जा रही है , यह निश्चित है कि अगला महापौर बीजेपी से होगा , अब कौन लड़ेगा यह बीजेपी को तय करना है , सब नेता आरक्षण का इन्तजार कर रहे हैं , अगर दो बार का इतिहास देखें तो पहले सामान्य महिला हुई थी और पिछली बार सामान्य सीट थी , अब चुनाव आयोग देखेगा कि चक्रमानुक्रमण के अनुसार इसे क्या करना है .
अपने चुनाव लड़ने के सवाल पर बीजेपी नेता ने कहा  कि उनकी तैयारी है चुनाव लड़ने की है , जैसे  अन्य लोगों की है , अब यह पार्टी पर निर्भर है कि किसे मौका देती है , उनकी इच्छा है नगर सेवक बनने की और वे सेवा करना चाहते हैं , बाकी की बात समय पर छोड़ देते हैं .
विवेक जायसवाल ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि राजनीती में अवसर बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है , समय पर जिसने अवसर का उपयोग कर लिया वही सफल है , उनकी दावेदारी है और वो मजबूती से अपनी  बात रखते हैं , इसके आलावा बीजेपी जिसे भी टिकट देगी उसका समर्थन करेंगे . उनकी योजना नगर के चहुमुखी विकास और लोगों के अधिक सहूलियतों की होगी .

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