अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में बताया कि चीन से हुई बातचीत के बाद चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के कुछ हिस्सों से पीछे हटना शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास के कुछ इलाकों में भारी संख्या में हथियार और गोला बारूद के साथ बड़ी संख्या में अपने सैनिकों को तैनात कर रखा है. भारत ने भी एलएसी पर अपनी काउन्टर तैनाती की है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि पैंगोंग झील के उत्तर-दक्षिण किनारे को लेकर चीन के साथ बातचीत शुरू हो चुकी है. एलएसी के कुछ मुद्दों को अभी सुलझाया नहीं जा सका है लेकिन दोनों पक्षों की सहमति से जल्दी ही यह मसला सुलझा लिया जाएगा.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन के रिश्ते तीन अहम मुद्दों पर टिके हैं. इन मुद्दों में यह स्पष्ट है कि दोनों पक्ष एलएसी को न सिर्फ मानेंगे बल्कि उसका सम्मान भी करेंगे. दोनों में से कोई भी पक्ष एकतरफा बदलाव का प्रयास नहीं करेगा. दोनों पक्षों को सभी समझौतों का पूर्ण रूप से पालन करना होगा. रक्षामंत्री ने कहा कि भारत और चीन दोनों ही अपनी सेनाओं की आगे की तैनाती को चरणबद्ध तरीके से पीछे हटायेंगे.
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रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत नियंत्रण रेखा पर शांतिपूर्ण हालात बनाये रखने को प्रतिबद्ध है. हम द्विपक्षीय रिश्तों को बनाये रखना चाहते हैं. एलएसी पर किसी भी तरह की प्रतिकूल स्थिति से दोनों देशों के रिश्तों पर असर पड़ना तय है.