कई अनुपस्थित मिले, एक दिन का वेतन काटने का दिया निर्देश
अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़। (Azamgarh) मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने कोविड-19 के दृष्टिगत स्थानीय जीजीआईसी में स्थिापित एकीकृत कमाण्ड कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कन्ट्रोल रूम प्रभारी सहित कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले। उन्होंने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी अनुपस्थितों का ‘नो वर्क, नो पे’ के सिद्धान्त के आधार पर एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त श्री पन्त द्वारा मंगलवार को पूर्वान्ह में किये गये औचक निरीक्षण के समय कन्ट्रोल रूम प्रभारी डा. वाईके राय के साथ ही फीजियो थैरेपिस्ट वैभव सागर सिंह, कम्प्यूटर आपरेटर गौतम चैधरी, सीएचओ ढाकल राम प्रजापति, डीईओ अभिजीत कुमार यादव तथा सहायक अध्यापक राम नरायण प्रसाद, कृष्णानन्द यादव, आलोक सिंह व ऋषि कुमार अनुपस्थित पाये गये, जबकि डीईओ रवि मिश्रा, वरिष्ठ सहायक रामजी सिंह व सन्तोष कुमार सिंह उपस्थित थे, किन्तु उनके द्वारा उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं बतनया गया था। मण्डलायुक्त ने सभी अनुपस्थितों का ‘नो वर्क, नो पे’ के सिद्धान्त के आधार पर अनुपस्थित तिथि का वेतन काटने का के साथ ही उनसे स्पष्टीकरण भी प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया।
इस दौरान मण्डलायुक्त श्री पन्त ने निरीक्षण के दौरान काण्टैक्ट ट्रेसिंग के सम्बन्ध में उपस्थित डीईओ रवि मिश्रा से पूछा, परन्तु उनके द्वारा कोई सन्तोषजनक उत्तर नही दिया गया। इसके अलावा वह मास्क भी नहीं लगाये हुए थे। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए काण्टैक्ट ट्रेसिंग का पूरा उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग करने की हिदायत दी तथा आगाह किया कि यदि भविष्य में बिना कास्क के पाये जाते हैं तो उनके विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। इसी प्रकार उन्होंने पाॅजिटिव पाये गये मरीजो के काण्टैक्ट ट्रेसिंग के सम्बन्ध में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय सिंह से भी पूछा तो वह भी संतोषजनक उत्तर नही दे पाये। इसके साथ ही काण्टैक्ट ट्रेसिंग में पाये गये व्यक्तियों के डाटा व आनलाइन फीड व्यक्तियों के डाटा में काफी अन्तर पाया गया, जिसे मण्डलायुक्त ने सन्देहास्पद मानते हुए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय सिंह को सचेत किया गया कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए तथा जो अन्तर उस तत्काल शत-प्रतिशत ठीक कराया जाय। मण्डलायुक्त श्री पन्त निर्देशित किया कियह सुनिश्चित किया जाय कि किसी भी दशा में फर्जी डाटा फीड नही मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समय समय पर उनके द्वारा कमाण्ड कन्ट्रोल रूम का औचक निरीक्षण होता रहेगा, किसी भी दशा में शिथिलता, लापरवाही नहीं मिलनी चहिए।