जामिया इस्लामिया के सैकड़ों छात्रों की सोमवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ भिड़ंत हो गई। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठी चार्ज किया। पुलिस और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच हुई झड़प में 10 छात्रा घायल हो गई हैं।
जामिया की छात्राओं का आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की और प्राइवेट पार्ट्स पर मारा। जामिया हेल्थ सेंटर के डॉक्टर का कहना है कि जामिया की छात्रों को प्राइवेट पार्ट्स में चोट लगी है, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि कुछ छात्राओं की गंभीर चोटें आई हैं, जिसके चलते उन्हें अल-शिफा अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
At Jamia today "More than 10 female students have been hit on their private parts. We have found blunt injuries and some have been hit in a way that we had to shift them to Al Shifa because injuries are serious in nature," the doctors said.
https://t.co/x7P4aUgLDW— Rana Ayyub (@RanaAyyub) February 10, 2020
छात्राओं का आरोप है कि पुलिस ने लाठी से उनके सीने पर भी मारा है। एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि एक पुलिसकर्मी ने उसका बुर्का हटाया और लाठी से उसके प्राइवेट पार्ट पर वार किया । छात्राओं का आरोप है कि एक महिला पुलिसकर्मी ने बुर्का हटाकर बूट से हमला किया।
प्रदर्शनकारी जेबा अनहद ने कहा, ‘‘दो महीने से हम प्रदर्शन कर रहे हैं । हमसे बात करने के लिए सरकार की तरफ से कोई नहीं आया, इसलिए हम उनके पास जाना चाहते हैं ।” पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो उनकी धक्का-मुक्की हो गयी। कई प्रदर्शनकारी संसद की तरफ अपना मार्च जारी रखने के लिए बैरिकेड को पार कर गए।
courtesy:hindi.siasat.com