अवधनामा संवाददाता
अम्बेडकरनगर। जश्ने ईद मिलादुन्नबी जलसा जलालपुर क्षेत्र के कटघर मूसा गांव में रविवार को देर रात संपन्न हुआ। जलसे की शुरुआत तिलावते कलाम पाक से हाफ़िज कलीमुल्लाह ने किया। अंजुमन फैजाने रसूल के नेतृत्व में हुए जलसे में उलेमाओं ने तकरीर करते हुए कहा कि पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब की पैदाइश ने दुनिया में इंसानियत का संदेश दिया। हम लोगों को उन्हीं के बताए हुए रास्ते पर चलकर अपनी जिंदगी गुज़ारना चाहिए। जलसे की शुरुआत तिलावते कलाम पाक से हाफ़िज कलीमुल्लाह ने की।
जलसे में मुख्य अतिथि रहे हज़रत मौलाना अल्लामा वासिल अख्तर अशरफी अकबरपुरी ने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा मजहब इंसानियत का है। उन्होंने पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि उनसे प्रेरणा लेने व उनके बताए इंसानियत के मार्ग पर चलकर आवाम, जरूरतमंद की खिदमत करने की बात कही। जलसे की सदारत कर रहे मौलाना इस्तेखार रज़ा अशरफी ने कहा कि इंसानियत की खिदमत करना ही मोहम्मद साहब व इस्लाम का पैगाम है। उन्होंने अल्पसंख्यक समाज में तालीम की कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए बच्चों को दीनी व दुनियाई तालिम दिलाने व मुल्क की तरक्की के लिए कार्य करने का आह्वान किया। इस मौके पर मौलाना ताबिश पैकर अकबरपुरी, शायरे इस्लाम मुजीब अहमद जमाली अकबरपुरी, मोहम्मद कमाल अकबरपुरी, सैय्यद अहमद शमशी, हाफिज ओसामा, शौकत अली ने नवासे रसूल हजरत इमाम हुसैन व उनकी चहेती बेटी जनाबे फ़ातिमा ज़हरा की शान में नाते पाक का नजराना पेश किया। कमेटी की तरफ से मोहम्मद ओसामा, एहतेशाम खान व मोहम्मद शाहिद ने आये हुए अभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। उक्त अवसर पर मोहम्मद आरिफ, फैज़ान सिद्दीकी, मोहम्मद शोएब, दिलशाद अब्बास, शमशुद्दीन खान, अब्दुल लतीफ पहलवान, जफर रफीक, मोहम्मद सुफियान, अबूज़ैद, अख्तर रफीक, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद फैसल आदि मौजूद रहे।
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