एक हज़ार इस्राईली कट्टरपंथियों ने इस्राईल के आर्थिक मामलों के मंत्री एली कोहेन के साथ मिलकर पश्चिमी जार्डन के शहर नाब्लस में हज़रत यूसुफ़ पैग़म्बर के मक़बरे पर हमला कर दिया।
पश्चिमी जार्डन में हज़रत यूसुफ़ पैग़म्बर के मक़बरे पर ज़ायोनी कट्टरपंथियों के हमले के बाद फ़िलिस्तीनियों और ज़ायोनी कट्टरपंथियों के बीच झड़पें भी हुईं।
ज़ायोनी शासन के सैनिकों ने कट्टरपंथी इस्राईलियों के समर्थन में फ़िलिस्तीनी युवाओं पर आंसू गैस के गोले दाग़े जिसके परिणाम में अनेक फ़िलिस्तीनी युवा घायल हो गये।
Prophet Yusha Bin Noon As, this is the tomb in Jordan. He was a Prophet who was very close to Hazrat Musa Alahissalam and took his place as the leader of the Bani Israeel after his death. Hazrat Yusha was the great grandson of Hazrat Yusuf . He is known as Joshua in the Bible. pic.twitter.com/RlcC1Gt9rU
— Mujtahid Hashem (@muzsta313) September 27, 2019
ज़ायोनी शासन के लिए अमरीका के खुले और व्यापक समर्थन विशेषकर ट्रम्प की ओर से सेन्चुरी डील का मामला उठाने के बाद से फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों में मुसलमानों और ईसाइयों के पवित्र स्थलों पर कट्टरपंथी ज़ायोनियों के हमले तेज़ हो गये हैं।
दूसरी ओर एक 21 वर्षीय फ़िलिस्तीनी युवा फ़ादी ओसामा जो कुछ महीने पहले इस्रईली सेना की फ़ायरिंग में घायल हो गया था, जख़्मों की ताब न लाकर शहीद हो गया।