अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. आईएनएस विराट को डिस्मेंटल किये जाने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है. यह जहाज़ समुद्री संग्रहालय और मल्टीफंक्शनल एडवेंचर सेंटर में बदले जाने की दिशा में काम किया जा सकता है. गोवा सरकार ने इस परियोजना पर कार्य करने में दिलचस्पी दिखाई है. इस मुद्दे पर रक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा जा चुका है.
आईएनएस विराट दुनिया में सबसे लम्बे समय तक अपनी सेवायें देने वाला युद्धपोत है. इस जहाज़ को रिटायर करने के वक्त ही इसे म्यूजियम में बदले जाने की मांग उठी थी. केन्द्रीय जहाजरानी मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा भी था कि जहाज़ को संग्रहालय में बदलने के लिए सरकार चार-पांच सौ करोड़ रुपये खर्च करने को तैयार भी है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह जहाज़ दस साल से ज्यादा नहीं चलेगा.
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रिटायर होने के बाद इसे संग्रहालय में बदलने के लिए कोई भी कारपोरेट हाउस आगे नहीं आया. महाराष्ट्र, गोवा और आंध्र प्रदेश की सरकार ने इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी तो दिखाई लेकिन आगे कोई नहीं आया. इन्डियन नेवी की शान के रूप में पहचाने जाने वाले इस शानदार जहाज़ आईएनएस विराट को फिलहाल तो सुप्रीम कोर्ट ने बचा लिया है.