अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. कोरोना महामारी फैलाने के इल्जाम से चीन अभी मुक्त नहीं हो पाया है लेकिन अब चीनी हैकर्स ने कोरोना से निबटने के लिए बनाई गई भारतीय वैक्सीन डेवलपर्स को अपने निशाने पर ले लिया है.
भारत के सीरम इंस्टीटयूट ऑफ़ इंडिया, भारत बायोटेक, पतंजलि और एम्स को निशाना बनाया है. चीन और भारत ने covid-19 शाट्स को कई देशों को बेचा है. दुनिया में बिक रहे सभी टीकों में 60 फीसदी हिस्सा भारत का है. चीन के हैकर्स के निशाने पर भारत के अलावा अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, स्पेन, इटली और जर्मनी भी शामिल हैं.
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इससे पहले नवम्बर में उत्तर कोरिया और रूस के हैकर्स ने भारत के अलावा कनाडा, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और फ्रांस की लेबोरेट्रीज़ को निशाने पर लिया था. कई जगह यह हैकर्स लैब की फ़ाइल तक पहुँच भी गए थे. कोरियाई हैकर्स ने फाइजर के कम्प्यूटर सिस्टम को हैक करने में कोई कसार नहीं छोडी थी लेकिन समय रहते सारी चीज़ों का पता चल गया.
इसी तरह दिसम्बर में यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी पर भी हैकर्स ने साइबर हमला किया. हैकर इसमें कामयाब भी हुए और उन्होंने रिसर्च से जुड़े संवेदनशील डेटा को चुराकर उसे सार्वजनिक कर दिया.