Ghar Vapsi In Lucknow एक पीड़ित ने अपनी पहचान छिपाते हुए बताया कि गजवा-ए-हिन्द से जुड़े छांगुर पीर ही ऐसा शख्स है जो अपने पैर न सिर्फ उत्तर प्रदेश में तेजी से पसार रहा है बल्कि भारत के अधिकांश राज्यों में उसने मतांतरण का बड़ा खेल अपने लोगों से पैसों के लालच में करवा रहा है।
लखनऊ : बहला फुसलाकर हिंदू लड़कियों से शादी करने और फिर उन्हें मुस्लिम बनाने वालों के खिलाफ मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग करने वाले विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने गुरुवार को एक दर्जन से अधिक की घर वापसी कराई है। परिषद के बैनर तले हिंदू धर्म में वापसी कराने के साथ एक दर्जन लोगों का गोमती नगर के डिगडिगा गांव के शिव भोला मंदिर में रीति रिवाज के साथ शुद्धीकरण भी कराया गया।
विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने मुख्यमंत्री से मतांतरण के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है। परिषद ने पुलिस, एसटीएफ के केस दर्ज करने के बाद भी गजवा-ए-हिंद से जुड़े छांगुर पीर, मोहम्मद अहमद खान व अब्दुल माबूद रजा उर्फ आकिब की गिरफ्तार न होने पर नाराजगी भी जताई। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने आरोप लगाया कि यूपी में करीब दस हजार हिन्दुओं को मुसलमान बनाया जा चुका है।
गजवा-ए-हिंद नाम के संगठन को विदेशों से फंडिंग का भी आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने विश्व हिंदू रक्षा परिषद से जुड़े कमलेश तिवारी हत्याकांड में गजवा-ए-हिंद संगठन से तार जुड़े होने की बात कही। उन्होंने कहा कि एसटीएफ, पुलिस अगर थोड़ा गंभीर हो जाए और ईमानदारी से सिर्फ थानों में आ रहे मामले की सुनवाई करे तो दोषियों पर कार्रवाई हो सकती है और मंतातरण पर रोक लग सकती है।
इनमें एक पीड़ित ने अपनी पहचान छिपाते हुए बताया कि गजवा-ए-हिन्द से जुड़े छांगुर पीर ही ऐसा शख्स है जो अपने पैर न सिर्फ उत्तर प्रदेश में तेजी से पसार रहा है, बल्कि भारत के अधिकांश राज्यों में उसने मतांतरण का बड़ा खेल अपने लोगों से पैसों के लालच में करवा रहा है।
गरीब, असहाय व जरूरतमंद लोगों को मतांतरण करवाने के साथ ही मुस्लिम लड़कों के जरिए हिन्दू लड़कियों को बहलाने का काम भी करवाता है। वहीं राष्ट्रीय संगठन मंत्री बाबी गुप्ता ने बताया कि उक्त संगठन को भारत के साथ ही विदेशों से सौ करोड़ से अधिक की फंडिंग हर वर्ष हो रही है। इससे यह मंततारण का खेल चल रहा है।
11 लोगों ने घर वापसी की
इनमें मंडवी शर्मा (जैनब), औरैया, सोनू रानी सहारनपुर, मालती सिद्धार्थ नगर, रीना मुरादाबाद, पल्लवी मन्नत आब्दी, हरजीत कश्यप, संचित गौतम, राम नरेश मौर्या बलरामपुर, नरेंद्र मिश्रा, हरजीत सिंह व मूर्ति देवी हैं। मंतातरण के बाद इन सभी के नाम बदल दिए गए थे। सहरानपुर के शहाबुद्दीन ने कहा कि उन्हीं के धर्म के लोगों ने उनके घर पर कब्जा कर लिया है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है।