फारबिसगंज जंक्शन से पहली बार फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन के आरंभ और समापन की शुरुआत हुई।एनएफ रेलवे के कार्यक्षेत्र में ऐतिहासिक शुरुआत को लेकर शहर के लोगों और रेलवे संगठन से जुड़े अधिकारियों में हर्ष का माहौल है।आगरा कैंट से फारबिसगंज जंक्शन के लिए साप्ताहिक फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन संख्या 04195 फारबिसगंज पहुंची।शनिवार को आगरा कैंट से चलकर ग्वालियर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, सिवान, गोरखपुर, हाजीपुर और कटिहार होते हुए फारबिसगंज पहुंचने पर ट्रेन के गार्ड और लोको पायलट का स्वागत किया गया।। ट्रेन अपने निर्धारित समय से करीब आधे घंटे की देरी से दोपहर पौने चार बजे फारबिसगंज जंक्शन पहुंची। देरी का कारण स्टेशन पर प्लेटफार्म का उपलब्ध न होना बताया गया।
जब ट्रेन फारबिसगंज पहुंची, तो स्थानीय नागरिकों और संगठनों ने प्लेटफार्म संख्या 2 पर ट्रेन के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, रनिंग स्टाफ और गार्ड का जोरदार स्वागत किया। स्वागत समारोह में बिहार डेली पैसेंजर एसोसिएशन की केंद्रीय समिति के सदस्य बछराज राखेचा, इंडो नेपाल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ रेल यूजर्स के सदस्य विनोद सरावगी, चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के सचिव राकेश रौशन, फारबिसगंज सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मांगीलाल गोलछा, संरक्षक अजातशत्रु अग्रवाल, नागरिक संघर्ष समिति के सचिव रमेश सिंह और सलाहकार समिति के सदस्य सुभाष अग्रवाल, गोपाल कृष्ण सोनू समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
स्वागत के दौरान ट्रेन स्टाफ को मिठाई खिलाकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। इस अवसर पर बछराज राखेचा और विनोद सरावगी ने कहा कि इस ट्रेन का रूट काफी लंबा है, इसलिए यदि इसे गोरखपुर से वाया कानपुर और टूंडला होते हुए चलाया जाए तो ट्रेन की दूरी काफी कम हो जाएगी। उन्होंने इस सुझाव को रेलवे अधिकारियों तक पहुंचाने की बात कही। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि ट्रेन में एलएचबी कोच होने के बावजूद सामान्य कोच का नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस वजह से उन यात्रियों को परेशानी होगी जो सामान्य श्रेणी में सफर करते हैं।
यह ट्रेन पूरी तरह से आरक्षित है, जिससे यात्रियों को सीट बुकिंग में कोई समस्या नहीं होगी। लेकिन यात्रियों की मांग है कि इसमें सामान्य कोच भी जोड़ा जाए ताकि आम जनता को भी इस सुविधा का लाभ मिल सके। ट्रेन संख्या 04195 के रूप में फारबिसगंज आने के बाद, वापसी में यह ट्रेन 04196 के रूप में शाम 6:40 बजे आगरा कैंट के लिए रवाना हुई।