एक सैकड़ा ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर पुल निर्माण की लगाई गुहार
महोबा। ग्राम पंचायत बिलबई अंतर्गत तमाम छोटे छोटे गांव और मजरे स्थित हैं, जहां पर दिसरापुर तालाब के पानी की निकासी को हाईवे रोड निर्माण दौरान बंद कर दिया गया, जिससे निकटवर्ती गांवों के मकानों में पानी भरने की समस्या उत्पन्न होने का खतरा बढ गया है। सोमवार को क्षेत्र के एक सैकड़ा ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र सौंपकर तालाब के पानी की निकासी के लिए निर्माणाधीन हाईवे पर 200 मीटर पुल का निर्माण कराए जाने की मांग की है।
जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि ग्राम पंचायत बिलबई अंतर्गत कुशवाहा, ढीमरो और लुहारों के छोटे छोटे मजरे स्थित है, जहां की आबादी 8 से 10 हजार के करीब है। उक्त मजरों में पूर्वजों के समय से सपरिवार ग्रामीण निवास कर जीवन यापन करते चले आ रहे हैं। बताया कि अधिक बरसात होने पर शहर महोबा में स्थित मदन सागर, कल्याण सागर, कीरत सागर और बीजानगर तालाब के अलावा किड़ारी तालाब का ओवरफ्लो पानी के अलावा रेलवे स्टेशन क्षेत्र के बारिश का पानी नहर द्वारा दिसरापुर तालाब में छोड़ दिया गया है, जिससे तालाब में ओवरफ्लो पानी की ओना मार्ग से निकासी की जाती थी। लेकिन वर्तमान में हाईवे के निर्माण दौरान ओना मार्ग को बंद कर दिया, जिससे अब पानी गांव में भरने की आशंका पैदा हो गई है। ग्रामीणों को अधिक पानी तालाब में आने से उनके घरों में घुसने का डर सता रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि दिसरापुर तालाब का पानी ओवरफ्लो होने पर मकानों में पानी भरेगा साथ ही वहां स्थित प्राइमरी स्कूल भी इसकी चपेट में आएगा, जिससे वहां शिक्षण ग्रहण करने वाले छात्र छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होगी साथ ही दुर्घटना होने का खतरा भी बढ़ जाएगा। गांव में निवास करने वाले लोगों के अलावा गाय, बैल बकरी आदि जानवर का जीवन को भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से अनुरोध करते हुए तालाब के पानी की निकासी के लिए 200 मीटर चौड़ा पुल निर्माण कराए जाने की मांग उठाई है। ज्ञापन देने वालों में देवीदीन, रामकिशन, परमलाल, कल्लू, मंगल सिंह, चेतराम, भरत, दीपक, जागेश्वर, संदीप, रामकुमारी, राममूर्ति, शिवकली, रामा, सुकाया, हरिश्चंद्र विश्वकर्मा सहित एक सैकड़ा ग्रामीण मौजूद रहे।