अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज (Prayagraj) : फाफामऊ विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी और भारतीय जनता पार्टी नेता दिलीप कुशवाहा ने पिछले दिनों जन अधिकार पार्टी की सदस्य्ता ले ली है . दिलीप कुशवाहा को पहले बहुजन समाज पार्टी ने फाफामऊ से प्रत्याशी बनाया था दिलीप कुशवाहा ने फाफामऊ से मेहनत करके अपनी जमीन तैयार किया और लोगों ने उनको स्वीकार कर लिया ही था की बसपा ने अचानक टिकट काट दिया और राजनीतिक समीकरण बदले और बसपा के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्या बीजेपी में शामिल हो गए , बीजेपी नेताओं ने दिलीप कुशवाहा को फाफामऊ से टिकट देने या सरकार में एडजेस्ट करने की बात करके बीजेपी में शामिल करा लिया लेकिन साढ़े चार साल का समय बीतने के बाद भी कोई मौका नहीं दिया इसके आलावा कहा जाता है की दिलीप कुशवाहा के विरोधी नेताओं को बीजेपी महत्त्व देती रही फाफामऊ से .
दिलीप कुशवाहा लगातार क्षेत्र में बने रहे और फाफामऊ क्षेत्र में लोगों के बीच बने रहे , दिलीप कुशवाहा ने पूरा मन बना लिया था कि २०२२ में उनको फाफामऊ से विधानसभा चुनाव लड़ना है और उनकी तैयारी पूरी थी लेकिन बात दल की थी .
प्रदेश की राजनीती में सपा बसपा का लोकसभा में गठबंधन फेल होने के बाद समाजवादी पार्टी छोटे दलों से गठबंधन कर सकती है ऐसे में जनाधिकार पार्टी जो भागीदारी मोर्चा का एक संघटक है उसका गठबंधन समाजवादी पार्टी से हो सकता है और जनाधिकार पार्टी को फाफामऊ सीट मिल सकती है और दिलीप कुशवाहा के सम्बन्ध जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा से अच्छे हैं और उनके फाफामऊ से चुनाव लड़ने की सम्भावना है .
एक बात चीत में दिलीप कुशवाहा ने कहा की फाफामऊ की जनता का दबाव है की वे वहां से चुनाव लड़ें इस वजह से जनता की भावना का सम्मान करते हुए उन्होंने जन अधिकार पार्टी में एक कार्यकर्ता के रूप में इंट्री ली है बाकि पार्टी का जो दिशा निर्देश होगा उसका पालन होगा . अपने विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर दिलीप कुशवाहा ने कहा कि वे क्षेत्र में बने हुए हैं और लोगों के सुख दुःख में सम्मिलित हो रहे हैं बाकि पार्टी का जो निर्देश होगा उसका पालन होगा .
दिलीप कुशवाहा के जनाधिकार पार्टी में शामिल होने पर उनके समर्थकों ने बधाई दिया और अपने नेता की नई राजनितिक पारी के लिए शुभकामनायें दी .