नई दिल्ली।ऑरवेल इंग्लिश इंस्टीट्यूट के संस्थापक और पटना सिटी के जाने माने अंग्रेजी के शिक्षक श्री संजय सिन्हा सर के जन्मदिन के मौके पर उनके शिष्यों ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के साथ मिलकर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया।इस मौके पर संस्था के क्षेत्रीय निदेशक दीपक सिन्हा ने कहा कि अंग्रेजी भाषा और साहित्य को समृद्ध करने में संजय सिन्हा सर का बहुत ही बड़ा योगदान रहा है।उनके द्वारा पढ़ाए हुए छात्र आज देश-दुनिया के तरक्की में अपना विशेष योगदान दे रहे हैं।श्री सिन्हा ने कहा कि बहुत ही कम लोगों को यह बात पता होगा कि उनके द्वारा दिए गए अंग्रेजी शिक्षा का न केवल पटना में बल्कि पूरे देश में असर हुआ है और यही वजह है कि भारत के भिन्न-भिन्न शहरों में ऑरवेल इंग्लिश इंस्टीट्यूट के लगभग एक सौ से अधिक शाखाएं हैं।सबसे बड़ी बात है कि हर शाखा अपने आप में एक स्वतंत्र इकाई है और संजय सिन्हा सर के जीवन-मूल्यों और विचारों पर आधारित है साथ ही शिक्षा के व्यापारीकरण के खिलाफ भी है।दिल्ली में ही ऑरवेल इंग्लिश इंस्टीट्यूट के लगभग 10 से अधिक शाखाएं हैं।संजय सिन्हा सर ने आज से लगभग 30 साल पहले अंग्रेजी का दीया वहां जलाया था जहां सदियों से अंधेरा था।संजय सर के विद्वता से प्रभावित होकर उनके प्रति सम्मान प्रकट करने हेतु उनके शिष्यों ने देश के जिस शहर में अंग्रेजी पढ़ाना शुरू किया अपने संस्थान का भी नाम ऑरवेल इंग्लिश इंस्टीट्यूट ही रखा।इस मौके पर उपस्थित संस्था के पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट अनुराग तिवारी ने कहा कि संजय सिन्हा सर असाधारण व्यक्तित्व के धनी शख्स हैं और अंग्रेजी भाषा के क्षेत्र में उनके काम वाकई उल्लेखनीय हैं।उनके अंग्रेजी पढ़ाने की शैली बेहतरीन है और यही वजह है कि उनके द्वारा पढ़ाए हुए छात्र आज हर क्षेत्र में कड़ी प्रतियोगिता के बावजूद सफल हो रहे हैं और यह अपने आप में सारे औरवेलियंस के लिए एक गौरव का विषय है।