बदमाश ने फायरिंग कर पुलिस की गिरफ्त से छुड़ा लिया था चाचा को
दिल्ली के गोकुलपुरी थाने से चोरी के मामले में वांछित अपराधी को थाना अंकुर विहार क्षेत्र में गिरफ्तार करने दिल्ली पुलिस की टीम गाजियाबाद आई थी। इस दौरान पुलिस टीम पर गोली चलाने वाले बदमाश की शनिवार को गुरु तेग बहादुर अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गयी।
शुक्रवार को दबिश देने आई पुलिस टीम पर बदमाश ने फायरिंग की थी और उसकी गोली से दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल घायल हो गया था। मृतक बदमाश वांछित अपराधी का भतीजा था। बाद में पुलिस ने गोली चलाने वाले बदमाश को गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान छीनाझपटी के दौरान बदमाश की पिस्टल से गोली चल गई और वह खुद भी घायल हो गया। सिपाही व बदमाश को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां पर बदमाश ने दम तोड़ दिया।
डीसीपी (ग्रामीण) विवेक चंद्र यादव ने मीडिया को बताया कि दिल्ली पुलिस की टीम थाना गोकलपुरी में चोरी के मामले में वांछित चल रहे अपराधी सुहेल उर्फ मोनू की तलाश में अंकुर विहार थाना क्षेत्र के डाबर तालाब इलाके में दबिश देने आई थी। पुलिस ने दबिश देकर सुहेल को दबोच लिया था, लेकिन इसी दौरान उसका भतीजा रिहान अवैध पिस्तौल के साथ वहां पहुंचा और उसने दिल्ली पुलिस पर गन प्वाइंट पर ले लिया। उसके जान से मारने की धमकी दी और पुलिस हिरासत से अपने चाचा सुहेल को छोड़ा लिया। दिल्ली पुलिस ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों और अंकुर विहार पुलिस को दी। कुछ ही देर में दिल्ली पुलिस की अंकुर विहार पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें घेर लिया। इसी बीच घर में पुलिस ने जैसे ही दरवाजा खोला वैसे ही रिहान ने अवैध पिस्तौल से पुलिस पर फायरिंग कर दी। फायरिंग में दिल्ली एसओजी का सिपाही विजय राठी घायल हो गया। विजय राठी के कंधे पर गोली लगी है। बादमाश की फायरिंग के बीच सिपाहियों ने रिहान को दबोच लिया, लेकिन छीना झपटी में पहले से लोड रिहान की पिस्तौल से फायर हो गया और गोली उसे ही जा लगी थी। घायल सिपाही और बदमाश रिहान को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान बदमाश की मौत हो गई।
डीसीपी (ग्रामीण) विवेक चंद्र यादव ने बताया कि रिहान आपराधिक प्रवृत्ति का था। उसके वांछित बदमाश चाचा सुहेल उर्फ मोनू व उसकी मां के खिलाफ दिल्ली व गाजियाबाद में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मां इन दिनों जेल में बंद है।