चीन में फैले रहस्यमयी रोग कोरोना वायरस को लेकर महराजगंज जनपद में हाई अलर्ट है।जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, शनिवार की शाम चीन से आए एमबीबीएस के छात्र आशिफ इशार में कोरोना वायरस की जांच करने स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके आवास महराजगंज जनपद के लक्ष्मीपुर में पहुंची।
भारत-नेपाल सीमा पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। आने-जाने वाले राहगीरों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चिकित्सकों की टीम लगा दी गई है।
जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को भारत- नेपाल की सीमा पर अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि सोनौली सीमा व ठूठीबारी से नेपाल राष्ट्र से जिले में आने वाले यात्रियों को सीमा पर डाक्टरों की टीम द्वारा परीक्षण कराया जाए। उन्होंने कहा कि यह वायरस रोग है। इसकी विधिवत जांच की जाएगी।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.आइए अंसारी के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम लक्ष्मीपुर के लिए रवाना कर दी गई है। उन्होंने कहा कि उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
शनिवार को कोरोना वायरस को लेकर अधिकारी माथापच्ची करते रहे। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा तथा गैर संचारी रोग के स्टेट लेबल के अधिकारी का फोन जिले के अधिकारियों के पास घनघनाने लगे।
चीन से आने वाले प्रत्येक नागरिकों की जांच के फरमान जारी हुए तो महराजगंज की चिकित्सा टीम हरकत में आ गई। मेडिकल छात्र चीन से प्लेन से दिल्ली होते हुए लखनऊ आया। यहां बिना जांच कराए ही अपने घर लक्ष्मीपुर आ गया।
लखनऊ के अधिकारियों को इस बात की भनक लगते ही शासन स्तर के अधिकारी सक्रिय हो गए। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने कहा कि स्वास्थ्य टीम अलर्ट है।
सभी सीएचसी, पीएचसी के साथ प्राइवेट चिकित्सालयों को अलर्ट कर दिया गया है। चीन से आए मेडिकल छात्र को जांच कराना आवश्यक है। इसलिए टीम को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भेजा गया है।
जानिए, इसके लक्षण
कोरोना वायरस स्वाइन फ्लू से भी खतरनाक बीमारी है। कोरोना वायरस विषाणुओं का बड़ा समूह है, जो जुकाम से श्वास तंत्र की गंभीर समस्या तक पैदा कर सकता है। बुखार, जुकाम, सांस में तकलीफ इसके प्रमुख लक्षण हैं।
कोरोना को लेकर नेपाल में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सीमावर्ती रूपनदेही व नवलपरासी जिले के साथ ही चीन से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में भी अलर्ट घोषित किया गया है।