मुख्यमंत्री योगी ने मेरी माटी मेरा देश अभियान का किया शुभारंभ

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काकोरी के शहीदों को किया नमन
मेरी माटी, मेरा देश अभियान का सीएम ने किया शुभारंभ:योगी बोले-हर गांव-हर नगर से आएगी मिट्टी; आज ही दिन शुरू हुआ था भारत छोड़ो आंदोलन

लखनऊ। लखनऊ में सीएम योगी ने ‘मेरी माटी, मेरा देशÓ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम आगमी 15 अगस्त तक मनाया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ काकोरी रेल एक्शन दिवस को भी मनाया। इस अवसर पर राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन, प्रभात फेरियां, नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।
सीएम योगी ने कहा कि भारत 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए संकल्प को साकार करेंगे। आज ही के दिन 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था। पीएम मोदी के आह्वान पर मेरी माटी, मेरा देश अभियान का शुभारंभ भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत मे जाति, मज़हब, भाषा के नाम पर भेदभाव नही होता है। अगले 25 साल की अमृत योजना के साथ जुडऩे का एक बड़ा अवसर है। पंच प्रण को स्वीकार कर एक विकसित भारत मे योगदान करना भारत मां को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी। 98 साल पहले आज के दिन काकोरी में हलचल हो रही होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर काकोरी शहीद स्मारक पहुंच कर शहीद मंदिर में स्थापित शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यर्पण कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने मेरी माटी मेरा देश अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने आह्वान किया कि कार्यक्रम से जुड़े लोग अपनी जगह पर खड़े होकर अपनी माटी को नमन करें , सेल्फी लें और उसे अपलोड करें।
उन्होंने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा बताए गए पंच प्रण की शपथ कार्यक्रम में आये लोगों को दिलाई । उन्होंने कहा कि आज ही भारत छोड़ो आंदोलन की भी वर्षगांठ है साथ ही अन्य ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज के दिन का स्मरण किया जाता है। प्रधानमंत्री के आह्वान पर आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़कर मेरी माटी मेरा देश अभियान की शुरुआत हो रही है।
सीमा पर व आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने वाले शहीदों का नमन है। आजादी के महोत्सव ने एक ऐसे भारत का दर्शन कराया है जहां किसी के साथ भेदभाव नहीं है। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर प्रत्येक भारतीय के पास अवलोकन करने का अवसर है। आगामी 25 वर्षो के अमृत काल से जुडऩे का भी अवसर है। जिस स्थल पर शहीदों ने काकोरी ट्रेन एक्शन को अंजाम दिया उसी स्थल से मेरी माटी मेरा देश अभियान को शुरू करने का अवसर मिल रहा है।
दुनिया के 20 बड़े देशों को जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका 80 प्रतिशत जीडीपी का अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। यह एक नए भारत का दर्शन हम सबको कराता है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है, यह आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में बढ़ता भारत है। अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है और आज ही देश के प्रधानमंत्री के आहवान पर आजादी के अमृत महेात्सव के संकल्प से जुड़ते हुए मेरी माटी मेरा देश अभियान का शुभारंभ हो रहा है।
आजादी का अमृत महोत्सव ने हम सबको एक नए भारत का दर्शन कराया है। एक ऐसा भारत जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत, मजहब, क्षेत्र भाषा के आधार पर कोई भेदभाव न हो। एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। एक ऐसा भारत जो अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकता है। आज से 98 वर्ष से पहले यह समय यहां हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ है आगे क्या होगा यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। वहीं अब विदेशी हुकुमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बना रख सकती है यह जज्बा भी था।
इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम किया था । काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियो को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। देशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो सत्संकल्प हो लडऩे की इच्छा शक्ति हो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी जनजातियों को सम्मान देने के लिये बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी जनजातीय दिवस घोषित किया साथ ही बिरसा मुंडा के संकल्प को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शहीद स्मारक पर काकोरी अमृत वाटिका की भी स्थापना की। इस वाटिका में 75 पौधों का रोपण हुआ।
इस अवसर पर उन्होंने ने शहीद परिवार से जुड़े परिजन शरद रौशन सिंह , आफाक उल्ला खां, राजेन्द्र नाथ सान्याल ,उदय खत्री, कमला देवी और बीना जंग को सम्मानित किया। कार्यक्रम को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, मंत्री जय वीर सिंह ने भी लोगो को संबोधित किया।
कार्यक्रम में विधायक जय देवी कौशल, राजेश्वर सिंह, योगेश शुक्ला, जिला अध्यक्ष श्रीकृष्ण लोधी, समेत कई मंत्री मौजूद रहे। इस अवसर पर राज्यभिलेखागर विभाग द्वारा प्रदर्शनी, बाबू त्रिलोकी सिंह कॉलेज द्वारा साईकिल यात्रा व बाल मेले का आयोजन किया गया।
फांसी देने के लिए खर्च हुए थे 10 लाख
काकोरी ट्रेन कार्रवाई में क्रांतिकारियों को 4679 रुपए मिले थे। जबकि इन क्रांतिकारियों को फांसी देने तक 10 लाख रुपए खर्च करने पड़े थे। इन क्रांतिकारियों ने उस वक्त की निरंकुश सरकार को झुकाने पर मजबूर किया था। काकोरी ट्रेन एक्शन के क्रांतिकारियों को निर्धारित तारीख से 2 दिन पहले फांसी दे दी गई थी। उन्होंने कहा कि क्रांतिकारियों को पद की इच्छा नही थी। इच्छा थी कि “तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन 4 रहे न रहे। धरती को बचाने और जल संरक्षण के साथ अपने क्षेत्र के नागरिक कर्तव्यों का निर्वाहन करना ही राष्ट्रीय कर्तव्य है।
13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा के ले संकल्प
उन्होंने कहा कि 22 जुलाई को यूपी में एक साथ 30 करोड़ पेड़ लगाए गए थे। आज काकोरी में भी 75 वृक्षों की काकोरी अमृत वाटिका लगाने का काम करेंगे। आज एक शिलापट्ट का उद्घाटन किया गया है। जिस ब्रिटेन ने भारत पर 200 साल तक शासन किया, आज भारत उसे पीछे कर दुनिया की 5वी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। सभी लोग 13 से 20 तक माटी का वंदन और वीरों का नमन करते हुए सेल्फी लेकर उसे अपलोड करें। आगामी 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा के संकल्प से भी जुड़े। 14 अगस्त भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन है। अब हम भारत का विभाजन न होने देने के संकल्प के साथ इस अभियान से जुड़ेंगे।
आजादी के अमृत वर्ष के अवसर पर स्वाधीनता दिवस के अवसर पर मिट्टी को नमन, वीरों का वन्दन के संदेश के साथ मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम की आज से शुरुआत की गई जो। यह राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन का कार्यक्रम होगा जिसमे राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत इस पुनीत कार्यक्रम में हर उत्तर प्रदेश वासी को सहभागी बनाया जाएगा।
09 से 15 अगस्त तक इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों एवं स्थानीय निकायों में शिलापट्ट लोकार्पण किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत पंच प्रण के प्रति हर प्रदेशवासी संकल्पबद् किया जाएगा साथ ही वसुधा वंदन करते हुए पौधरोपण का कार्यक्रम भी होगा। वीरों के वंदन के भाव के साथ स्वाधीनता संग्राम सेनानियों, अमर शहीदों के परिजनों का सम्मान किया जाए।
अमृत कलश यात्रा को निकाला जाएगा
मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम अपने देश, अपनी मातृभूमि के लिए श्रद्धा, आदर एवं सराबोर हो जाने जैसे अपनेपन के भाव से प्रेरित है। इसके तहत हर विकास खंड और नगरीय निकाय से वहां की पावन मिट्टी लेकर अमृत कलश तैयार किया जाए। प्रत्येक जिले में सभी स्थानीय नगरीय निकायों का एक सम्मिलित अमृत कलश बनाएं। जबकि हर विकास खंड का एक-एक पृथक अमृत कलश तैयार किया जाएगा। यह अमृत कलश लखनऊ और देश के राजधानी दिल्ली में आजादी के अमृत वर्ष की स्मृति के साथ संग्रहीत किए जाएंगे।
अमृत कलश यात्रा में हर गांव – शहर की होगी मिट्टी
अमृत कलश में हर गांव-हर शहर की मिट्टी हो यह कलश गांव से ग्राम पंचायत, फिर ब्लॉक मुख्यालय होते हुए जिला मुख्यालय पर एकत्रित हो। इसी प्रकार, सभी नगरीय निकायों के कलश जिला मुख्यालय स्थित नगर निगम और नगर पालिका पर एकत्रित हो। और यह कलश प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे और फिर नोएडा होते हुए राजधानी दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ पूरे देश से आए अमृत कलश के साथ एकत्रित होंगे। अमृत कलश देश की पावन मिट्टी से पूरित हैं। और जगह-जगह आमजन की सहभागिता के साथ जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इसका सम्मान किया जाएगा।
हर ग्राम पंचायत में शिलाफ़लकम स्थापित
हर ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय में शिलाफ़लकम स्थापित किया जाना है। शिलाफ़लकम पर आजादी के अमृत वर्ष के विजन प्रदर्शित होगा। स्थानीय वीरों और शहीदों का परिचय प्रदर्शित होगा। हर ग्राम एवं नगर में शिलाफ़लकम का पूरे सम्मान के साथ भव्य कार्यक्रम आयोजित कर लोकार्पण किया जाए।

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