सेवा, समरसता और संस्कार ही सशक्त भारत की नींव : विशाल
सिद्धार्थनगर। सेवा ही साधना है। जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपने कर्तव्यों का निष्ठा एवं समर्पण भाव से पालन करेगा, तभी सशक्त और विकसित भारत का निर्माण संभव होगा।
उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक विशाल ने कही वह छठ पर्व के अवसर पर जमुवार घाट पर श्रद्धालु ऑन को संबोधित कर रहे थे।
आगे उन्होंने कहा कि भारत अपनी सनातन संस्कृति, सभ्यता और परंपराओं के कारण अनादिकाल से विश्व का मार्गदर्शन करता आया है। आज आवश्यकता है कि समाज में अनुशासन, देशभक्ति और समरसता के मूल्यों को पुनः स्थापित किया जाए।
इस दौरान नगर के स्वयंसेवकों द्वारा श्रद्धालुओं के बीच काढ़ा, बिस्किट एवं भगवान भुवन भास्कर को अर्घ्य अर्पण हेतु दूध का निःशुल्क वितरण किया गया। श्रद्धालुओं ने संघ के इस सेवा कार्य की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास समाज में सेवा, सहयोग और संस्कार की भावना को प्रबल करते हैं।
कार्यक्रम में जिला सेवा प्रमुख नंदलाल रस्तोगी, सह जिला कार्यवाह अविनाश जयसवाल, सह जिला शारीरिक शिक्षण प्रमुख धनंजय रस्तोगी, नगर संघचालक रणजीत, सह नगर संघचालक मुरलीधर अग्रहरि, जिला संपर्क प्रमुख वशिष्ठ धर द्विवेदी, विद्यार्थी परिषद के सौरभ त्रिपाठी एवं शैलेश शुक्ला, अधिवक्ता दुर्गेश त्रिपाठी, अरुण दीक्षित, बलवंत, नगर शारीरिक शिक्षण प्रमुख सुरेश रैना, नगर कार्यवाह अभय, सह नगर कार्यवाह संतोष तथा नगर प्रचारक अरुणेश सहित अनेक स्वयंसेवकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।





