अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. यूएई में काम करने वाले भारतीयों के लिए एक बड़ी खबर है. संयुक्त अरब अमीरात ने अपने मुल्क में काम करने वाले विदेशी नागरिकों को अपने देश की नागरिकता देने का फैसला किया है ताकि उनके सामने आने वाली दिक्कतें दूर की जा सकें.
यूएई न सिर्फ अपने देश में काम करने वाले पेशेवर भारतीयों को अपनी नागरिकता देगा बल्कि जो लोग अपने परिवार के साथ वहां रहते हैं उन्हें भी नागरिकता दी जायेगी.
यूएई ने यह फैसला दरअसल इसलिए लिया है क्योंकि कोरोना महामारी के दौरान सारे काम चौपट हो गए और बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए. एक तरफ अपना रोज़गार छिन जाने की परेशानी तो दूसरी तरफ महामारी के दौर में विदेशी होने की वजह से हर किसी की शक की नज़र. कोरोना के दौर में हर कोई भागकर अपने मुल्क में जाना चाह रहा था.
संयुक्त अरब अमीरात ने यह महसूस किया है कि अगर वह अपने मुल्क में काम करने वाले विदेशियों को अपनी नागरिकता दे दे तो वह अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार ला सकता है.
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संयुक्त अरब अमीरात के उप राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन अल मख्तूम ने कहा है कि कलाकारों, लेखकों, डाक्टरों, इंजीनियरों और वैज्ञानिकों के साथ उनके परिवार भी नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यूएई की नागरिकता मिल जाने के बाद भी वह अपनी पुरानी नागरिकता बरकरार रख सकते हैं.