हमीरपुर। जन्मतिथि में संशोधन के नाम पर रुपये वसूलने और फिर काम न करने का गंभीर आरोप तत्कालीन असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट (एडीसी) पर लगा है। सेवानिवृत्त होमगार्डों ने इस संबंध में जिला कमांडेंट से लिखित शिकायत करते हुए पैसे वापस दिलाने की मांग की है।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार, जब होमगार्डों ने काम न होने पर अपनी वसूली गई रकम वापस मांगी, तो तत्कालीन एडीसी ने उन्हें डपटकर भगा दिया।
क्या है पूरा मामला?
सेवानिवृत्त होमगार्ड जयकरन, गुरुदयाल, और उदय सिंह ने जिला कमांडेंट को सौंपी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनके नौकरी आवेदन फॉर्म और शैक्षिक प्रमाण पत्रों में दर्ज जन्मतिथि में अंतर था।
होमगार्डों का आरोप है कि अक्टूबर 2022 में तत्कालीन एडीसी राजेश कुमार सरोज ने उनके अभिलेखों में जन्मतिथि सुधारने के नाम पर प्रति व्यक्ति 75-75 हजार रुपये की धनराशि जमा कराई थी।
रुपये लेने के बावजूद उनके अभिलेखों में कोई सुधार नहीं किया गया।
इसके विपरीत, नौकरी आवेदन फॉर्म में दर्ज जन्मतिथि को सेवानिवृत्ति का आधार बनाकर उन्हें सेवानिवृत्त कर दिया गया।
अब जब उन्होंने अपनी धनराशि वापस मांगी तो एडीसी ने रुपये देने से इनकार कर दिया और उन्हें डांटकर मौके से भगा दिया।
होमगार्डों ने जिला कमांडेंट से इस मामले में हस्तक्षेप कर वसूली गई राशि वापस दिलाने की मांग की है।
जिला कमांडेंट ने दिए जांच के आदेश
इस मामले में जब तत्कालीन एडीसी राजेश कुमार सरोज से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नहीं हो सकी।
जिला कमांडेंट हरिशंकर चौधरी ने इस शिकायत की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें शिकायत मिल गई है। उन्होंने कहा कि “जिनके ऊपर आरोप है, उनका गैर जनपद तबादला हो चुका है। मामले की जाँच कराई जा रही है।”





